गरियाबंद: 21 हाथियों के दल को नेशनल हाईवे (NH-130C) पार कराने के लिए गरियाबंद वन विभाग ने लगभग 1 घंटे के लिए एनएच पर आवागमन अवरुद्ध कराया. इस दौरान दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गईं. इस बीच हाथियों का दल एक लाइन में चलकर नेशनल हाईवे पारकर पैरी नदी के पास चला गया.
पैरी नदी के किनारे हाथियों ने अपनी प्यास बुझाई और फिर धमतरी जिले की सीमा में प्रवेश कर गए. गरियाबंद वन विभाग ने हाथियों के मूवमेंट की जानकारी देते हुए सिंगपुर वन परिक्षेत्र के अधिकारी को अलर्ट किया.
21 हाथियों ने पार किया नेशनल हाईवे
शनिवार रात 25 किलोमीटर का सफर तय कर बारूका के जंगल में पहुंचे 21 हाथियों के दल ने रविवार शाम को धमतरी जिले में प्रवेश कर लिया. वन विभाग इसे लेकर अलर्ट हो चुका था, पहले ही आसपास रहने वाले लोगों को भी सावधान कर दिया गया था. विभाग के 25 से ज्यादा कर्मचारी नेशनल हाईवे पर यातायात को दोनों तरफ से रोके रहे.
वन विभाग ने ग्राउंड स्टाफ को दिए क्षेत्र में नजर रखने के निर्देश दिए
गरियाबंद क्षेत्र की पहाड़ी पर दिनभर मौजूद रहने के बाद देर शाम हाथियों का झुंड नीचे उतरा. सभी हाथी एक खेत में आ गए. वन विभाग को इस बात को जानकारी नहीं थी कि हाथी रविवार शाम नेशनल हाईवे पार करने का प्रयास करेंगे. जानकारी लगते ही मौके पर वन विभाग और यातायात पुलिस की टीम पहुंची और नेशनल हाईवे पर आवागमन को एक घंटे के लिए रोका गया. जिसके बाद हाथियों ने हाईवे पार कर लिया. वन विभाग को आशंका थी कि कहीं हाथी रात में वापस बारूका के जंगल में न पहुंच जाएं, इसलिए वन विभाग ने अपने ग्राउंड स्टाफ को इलाके पर नजर बनाए रखने के आदेश दिए.
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फॉरेस्ट SDO मनोज चंद्राकर का कहना है कि हाथियों को नेशनल हाईवे पार करते समय किसी तरह की परेशानी ना हो, इसलिए दोनों तरफ से यातायात बंद कराया गया था. हाथियों के जाते ही यातायात फिर से शुरू कर दिया गया. वहीं सिंगपुर परिक्षेत्र को हाथियों के मूवमेंट की जानकारी दे दी गई है.