गरियाबंद: जिले के कई गांव के किसानों ने समर्थन मूल्य बढ़ाने को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदर्शन के दौरान इंदागांव, कोयबा, सहेबिनकछार,अमाड़ जागड़ा, तौरेंगा समेत कई गांव के किसान मौजूद रहे. किसानों ने अपने फसल मक्का, दलहन-तिलहन और उड़द की फसल के समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग की. साथ ही किसानों ने को-ऑपरेटिव बैंक से भुगतान में हो रही दिक्कतों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
किसान 6 सूत्रीय मांगों के साथ स्थानीय स्तर की अनेक समस्याओं को लेकर मैनपुर मुख्यालय पहुंचे थे. जहां अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन और रैली निकालकर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान किसानों ने अनुविभागीय अधिकारी अंकिता सोम को आवेदन पत्र सौंपा. इसके साथ ही किसानों ने सभी मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है.
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कर्ज तले दबते जा रहे किसान
किसानों ने कहा कि साहूकारों से खाद, बीज, दवाई और नकद राशि का कर्ज लेकर फसल उगा रहे हैं. साहूकार व्यापारियों के पास से कर्ज के एवज में मक्का, धान, उड़द ले लते हैं. व्यापारी कर्ज वसूली के नाम पर मक्का के फसल को औने-पौने दाम पर खरीदा जा रहा है, जिससे किसानों को मक्का का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण किसान कर्ज तले दबते जा रहे हैं. वहीं एसडीएम ने कहा कि वे हर संभव प्रयास करेंगे. सरकार से मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश की जाएगी. किसानों को राहत दिलवाने का प्रयास किया जाएगा.
- मक्का, धान, उड़द, सरसो आदि फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाने और खाद्य, बीज, दवाई की न्यूनतम मूल्य किया जाए
- इंदागांव में जिला सहाकारी केन्द्रीय बैंक का उप शाखा खोला जाए
- कोयबा (बम्हनीझोला) में नदीन सहकारी समिति में पृथक से नए फड प्रभारी नापतौल कर्मचारी हेगाल नियुक्त करने की मांग
- मक्का का समर्थन मूल्य 2500 रुपये किया जाए
- वन अधिकार मान्यता पत्र (वन पट्टा) में राजस्व पट्टा की जैसे 100 प्रतिशत ऋण दिया जाए
- समर्थन मूल्य में धान की प्रति एकड़ 20 क्विंटल और मक्के की 25 क्विंटल खरीदी की जाए