गरियाबंद: पुलिस ने 6 फर्जी नक्सलियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है. गिरफ्तार युवक नक्सली बनकर गांव के लोगों को लूटते थे. नक्सल ऑपरेशन की टीम ने जंगल में घेराबंदी कर पैसे लेते इन्हें पकड़ा है. पुलिस ने आरोपियों के पास से नकली AK47 भी बरामद किया है.
बताया जा रहा है कि टीम सर्चिंग पर निकली थी. इस दौरान फर्जी नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई. आरोपियों ने पुलिस पर नकली बंदूक से फायरिंग की. फायरिंग की आवाज सुनकर पुलिस समझ गए कि बंदूक नकली है और उन्होंने फायरिंग रोककर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया.
सरपंच, उप सरपंच को बनाते थे निशाना
एसपीएमआर आहिरे ने बताया कि पकड़े गए आरोपी नक्सली बनकर लोगों से पैसे ऐंठते थे. गिरफ्तार आरोपी केवल सरपंच, उपसरपंच और सचिव को ही अपना निशाना बनाया करते थे और ज्यादातर सरपंचों से 2 लाख रुपए वसूला करते थे. दिन में रेकी करने के बाद रात 12 से 3 बजे के बीच सरपंच को गांव से बाहर बुलाकर धमकाते थे. आरोपियों ने अब तक 17 लाख रुपए की वसूली कर चुके हैं.
पढ़ें: धान और किसान पर सदन गरमाया, खाद्य मंत्री बोले- '2500 रु प्रति क्विंटल ही खरीदेंगे'
उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी ऐसा भी है, जो पहले नक्सल संगठन का सहयोगी रह चुका है और इलाके के बड़े नक्सलियों को पहचानता है. गिरोह में शामिल आरोपी बादल सिंह महिलाओं की तरह लंबे बाल रखा है. ये आरोपी वसूली के लिए जब किसी गांव में जाते थे, तो उसे महिला बना देते थे और दीदी कामरेड-दीदी कामरेड चिल्लाते थे, जिसे ग्रमीण उन्हें असली नक्सली समझे और ग्रामीणों में उनका डर बना रहे.
ऑनलाइन मंगाते थे हथियार
पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में नकली हथियार बरामद की है. इनमें एक भरमार बंदूक, दो AK 47 और कई एयरगन है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे ये हथियार ऑनलाइन मंगाया करते थे. एसपी ने बताया कि इनमें से ज्यादातार युवक अपने शौक को पूरा करने के लिए नकली नक्सली बनकर लोगों को लूटा करते थे. पुलिस मामले में जांच कर रही है.