ETV Bharat / state

गरियाबंद: जंगलों में एक बार फिर हाथियों का आतंक, फसलों को पहुंचाया नुकसान

गरियाबंद के जंगल में घुसा हाथी. लोग में दहशत का माहौल.

गरियाबंद में हाथियों का आंतक
author img

By

Published : Apr 20, 2019, 5:53 PM IST

Updated : Apr 20, 2019, 7:28 PM IST

गरियाबंद: राजिम के पास फिंगेश्वर के गुंडरदेही आरंग महासमुंद इलाके से भटक कर जिले में हाथी आ गए हैं. गरियाबंद के जंगल में हाथियों के घुस आने से लोगों में दहशत का माहौल है. लोगों को डर है कि कहीं हाथी अब गरियाबंद के जंगल को अपना बसेरा ना बना ले.


फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम बनगवा, गुंडरदेही सहित आधा दर्जन गांव में हाथियों की दस्तक से ग्रामीण भयभीत हैं. हाथियों के दल ने रवि की फसल को नुकसान पहुंचाया है. दूसरी ओर छुरा वन परिक्षेत्र के ग्राम शिवनी, पेंडर्रा, परसापानी और मातर बाहारा में दो दंतैल हाथी पहुंचे हैं.


एक ग्रामीण को मार डाला था
बीते साल ओडिशा से भटक कर मातर बाहारा क्षेत्र में पहुंचे हाथियों ने खूब उत्पात मचाया था, एक ग्रामीण को पटक कर मार भी डाला था. इसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे, निगरानी रखने गये वन कर्मचारियों की गाड़ी में भी हाथियों ने तोड़-फोड़ की थी. काफी मशक्कत के बाद जब हाथी बड़ी मुश्किल से वापस लौटे तो ग्रामीणों सहित वन विभाग ने राहत की सांस ली थी.


क्या कहते हैं डीएफओ
इस संबंध में डीएफओ भगत का कहना है कि हाथी ग्रामीणों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा. फिर भी अगर ग्रामीण उसके पास जाकर उसे डिस्टर्ब करेंगे तो नुकसान पहुंचा सकता है. इस बात को ग्रामीणों को समझना होगा. वैसे शासन फसलों के नुकसान की भरपाई ग्रामीणों को दे रहा है.

गरियाबंद: राजिम के पास फिंगेश्वर के गुंडरदेही आरंग महासमुंद इलाके से भटक कर जिले में हाथी आ गए हैं. गरियाबंद के जंगल में हाथियों के घुस आने से लोगों में दहशत का माहौल है. लोगों को डर है कि कहीं हाथी अब गरियाबंद के जंगल को अपना बसेरा ना बना ले.


फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम बनगवा, गुंडरदेही सहित आधा दर्जन गांव में हाथियों की दस्तक से ग्रामीण भयभीत हैं. हाथियों के दल ने रवि की फसल को नुकसान पहुंचाया है. दूसरी ओर छुरा वन परिक्षेत्र के ग्राम शिवनी, पेंडर्रा, परसापानी और मातर बाहारा में दो दंतैल हाथी पहुंचे हैं.


एक ग्रामीण को मार डाला था
बीते साल ओडिशा से भटक कर मातर बाहारा क्षेत्र में पहुंचे हाथियों ने खूब उत्पात मचाया था, एक ग्रामीण को पटक कर मार भी डाला था. इसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे, निगरानी रखने गये वन कर्मचारियों की गाड़ी में भी हाथियों ने तोड़-फोड़ की थी. काफी मशक्कत के बाद जब हाथी बड़ी मुश्किल से वापस लौटे तो ग्रामीणों सहित वन विभाग ने राहत की सांस ली थी.


क्या कहते हैं डीएफओ
इस संबंध में डीएफओ भगत का कहना है कि हाथी ग्रामीणों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा. फिर भी अगर ग्रामीण उसके पास जाकर उसे डिस्टर्ब करेंगे तो नुकसान पहुंचा सकता है. इस बात को ग्रामीणों को समझना होगा. वैसे शासन फसलों के नुकसान की भरपाई ग्रामीणों को दे रहा है.

Intro:एकँर..... गरियाबंद जिले का जंगल हाथियों का बसेरा कभी नहीं रहा है लेकिन बीते साल उड़ीसा से भटक कर छुरा क्षेत्र में पहुंचे हाथियों ने यहां खूब उत्पात मचाया था जहां एक ग्रामीण को पटक कर मार डाला था वही कुछ अन्य घायल भी हुए थे निगरानी रखने गये वन कर्मचारियों की गाड़ी भी हाथियों ने तोड़ दी थी काफी मशक्कत के बाद जब हाथी बड़ी मुश्किल से वापस लौटे तो ग्रामीणों सहित वन विभाग ने राहत की सांस ली थी किंतु एक बार फिर उसी जंगल में हाथी पहुंच गए हैं जिस से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है फसलों को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं इन सब के अलावा राजीम के पास फिंगेश्वर के गुंडरदेही आरंग महासमुंद इलाके से भटक कर हाथी आ गए उस इलाके में भी भारी दहशत का माहौल है कुल मिलाकर लोगों को डर है कि कहीं हाथी अब गरियाबंद से जंगल को अपना बसेरा ना बना लेBody:वीओ....... फिंगेश्वर विकास खण्डं के ग्राम बनगवा , गुंडरदेही सहित आधा दर्जन गांव में हाथियों के दस्तक से ग्रामीण भयभीत हैं हाथियों के दल ने रवि फसल को नुकसान पहुंचाया है। दूसरी ओर छुरा वन परिक्षेत्र के ग्राम शिवनी पेंडर्रा परसापानी एंव मातर बाहरा में दो दतैल हाथी पहुचे हैं मातर बाहरा में पिछले वर्ष एक किसान को हाथी ने कुचल कर मार डाला था। लगातार वर्ष में दो बार हाथी पहुच रहा है हालांकि इस बार छुरा क्षेत्र में अभी तक जन धन की हानि नहीं हुआ है। छुरा क्षेत्र में ओडिशा से हाथी पहुचें हुये हैं । ग्रामीणों एवं वन विभाग के चौकीदारों को गांवों से दूर भगाने के लिए फटाखो फोड़कर भगाने के लिए लगा दिया गया है। वही इस संबंध में डी एफ ओ श्री भगत से फोन पर हुओ चर्चा मे वे कहते हैं हाथी ग्रामीणों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा फिर भी अगर ग्रामीण स्वयं उसके पास जाकर उसे डिस्टर्ब करेंगे तो नुकसान पहुंचा सकता है इस बात को ग्रामीणों को समझना होगा वैसे शासन फसल क्षति के रूप में उसके द्वारा पहुंचाए गए नुकसान के लिए राशि दे रही है आमजन खुद ही दूर रहे तो ही उनका भला हो सकता है हाथी जिस रास्ते आया है उसी रास्ते वापस चला जाएगाConclusion:बाइट डॉक्टर सुरेंद्र ठाकुर स्थानीय निवासी
Last Updated : Apr 20, 2019, 7:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.