गरियाबंद: फिंगेश्वर क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां चौकीदार की पटककर जान लेने वाले दंतैल हाथी अब नगर पंचायत फिंगेश्वर की गलियों में घूमते नजर आ रहे हैं. हाथी अस्पताल के सामने काफी देर मडराते रहे. इसके बाद धान खरीदी केंद्र का फाटक तोड़कर वहां धान खाते रहे. जब यहां से उन्हें खदेड़ा गया तो हाथी पास के गांव की गलियों में भटकने लगे.
हाथियों के इस तरह से गलियों में घूमने को लेकर लोगों का कहना है कि जंगल में, इंसानों का दखल बढ़ने के चलते स्थितियां बिगड़ रही है. वन्यप्राणी अब रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे हैं. गुरुवार रात 2 दंतैल हाथी फिंगेश्वर नगर पंचायत क्षेत्र की गलियों में घूमते रहे. कहीं CCTV में हाथी घूमते नजर आ रहे हैं तो कहीं लोगों ने खुद गली में घूमते हाथियों का वीडियो बनाया है. इन सबके बीच वन विभाग हाथियों को गांव में घुसने से रोकने में नाकाम साबित हो रहा है. वन विभाग के अधिकारी केवल हाथी पर नजर रख पा रहे हैं.
खुरसा गांव बताई जा रही लोकेशन
हाथी लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं. जिससे वन अमले की चिंता और बढ़ती जा रही है. हाथियों ने दो घंटे फिंगेश्वर शहर में उत्पात मचाया. इस दौरान वह धान संग्रहण केंद्र में घुसे, उसके बाद शहर से होते हुए सरकड़ा, बिडोरा गांव की तरफ बढ़ गए. फिलहाल हाथियों की लोकेशन खुरसा गांव के आसपास बताई जा रही है. बीते दिनों इन्हीं दो हाथियों ने कुंडेल धान संग्रहण केंद्र के एक चौकीदार को कुचलकर मार डाला था.
रात होते ही गांवों में घुस रहे दंतैल हाथी, वन विभाग की 4 टीम मुस्तैद
सरकड़ा की ओर निकले हाथी
फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र प्रभारी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि दो हाथियों को इलाके में देखा गया. गुरूवार की रात दोनों हाथी करीब 12 बजे फिंगेश्वर नगर पंचायत क्षेत्र में पहुंचे और दो घंटे रहे. इस दौरान वे धान संग्रहण केंद्र में घुसे. इसके बाद दोनों हाथी सूखा नदी के रास्ते बिडोरा और सरकड़ा गांव की तरफ निकल गए. ग्रामीणों के शोर-शराबा करने के कारण हाथी दोबरा वापस मुड़ गए और खुरसा की तरफ बढ़ गए. फिलहाल दोनो हाथी यहीं डेरा जमाए हुए हैं.
हाथियों की गतिविधियों पर नजर
अधिकारी ने बताया कि वन अमला हाथियों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है. क्षेत्र के लोगों को भी सचेत कर दिया गया है. ग्रामीणों को अकेले जंगल जाने से मना किया गया है. इसके अलावा हाथियों से दूरी बनाए रखने की भी हिदायत दी गई है.