गरियाबंद: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को हुए मतदान में कई जगह अव्यवस्थाओं का आलम नजर आया. पांडुका मतदान केंद्र में मतदाताओं को वोट डालने के लिए 2 घंटे से ज्यादा लाइन में खड़ा रहना पड़ा, तो वहीं बुजुर्गों, दिव्यांगों और बीमारों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था नहीं होने से उन्हें कंधे पर उठाकर मतदान कराने लाना पड़ा. इसे देखकर दूसरे मतदाता प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
गरियाबंद में मतदान के दूसरे चरण में पूरे विकासखंड के 86 हजार मतदाता 74 ग्राम पंचायतों के लिए मतदान किए. इसके लिए मतदान दल एक दिन पहले ही मतदान केंद्रों में पहुंच गए थे, लेकिन जब मतदान शुरू हुआ, तो कई परेशानियां देखी गईं. मतदान की प्रक्रिया बहुत धीरे चल रही थी. पांडुका के स्कूल में 3 मतदान केंद्र बनाए गए थे, लेकिन तीनों में व्हीलचेयर की व्यवस्था नहीं थी.
वहीं दो पीठासीन अधिकारियों ने इस बात को स्वीकार भी किया की व्यवस्था ठीक नहीं थी. वहीं एक बुजुर्ग को मतदान के लिए लाने वाला उसका पोता और ग्रामीण भी व्हीलचेयर की व्यवस्था नहीं होने के चलते काफी नाराज नजर आए.