गरियाबंद : जिले के कोविड अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ ने सेवा की मिसाल पेश की है. मरीजों का इलाज करते हुए कई डॉक्टर पॉजिटिव हो गए. इस दौरान वे अस्पताल में रहकर अपने ट्रीटमेंट के साथ मरीजों का भी इलाज कर रहे हैं. डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी ठीक होने के बाद फिर से मरीजों के इलाज में जुट गए.
![Corona positive doctors in Gariyaband treating patients](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11692468_952_11692468_1620542362039.png)
गरियाबंद के डेडिकेटेड कोविड-19 के प्रभारी डॉक्टर जय पटेल, स्टाफ नर्स विरोनिका और हाउस कीपिंग स्टाफ कमलेश्वरी पिछले एक साल से निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. अस्पताल की टीम दिन-रात मरीजों के बेहतर उपचार में जुटी हुई है. इस बीच कुछ दिन पहले तीनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. उन्होंने मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल में रहकर ही अपना इलाज किया. सावधानी और सुरक्षा के साथ डॉक्टर मरीजों का इलाज करते रहे. रिपोर्ट निगेटिव आने पर वे फिर काम पर सामान्य दिनों के तरह लौट गए.
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CMHO ने की तारीफ
अस्पताल के वर्तमान प्रभारी डॉक्टर नेमेश साहू ने बताया कि डॉक्टर, नर्स और हाउस कीपिंग स्टाफ ने सेवा का अनुपम उदाहरण पेश किया है. अस्पताल से अब तक 1056 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं. साथ ही 9 गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव किया गया है. वर्तमान परिस्थिति में गंभीर अवस्था में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं जो 10 से 12 दिन तक वेंटिलेटर में रहने के बाद पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं. सीएमएचओ डॉ एनआर नवरत्न ने बताया कि पॉजिटिव होने के बाद भी चिकित्सक और स्टाफ अस्पताल में निरंतर तौर पर स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं. स्वास्थ विभाग के स्टाफ का कार्यों के प्रति समर्पण से जिले में और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान हो रही हैं.