गारियाबंद: मुख्य सचिव आर पी मंडल ने गुरूवार को गारियाबंद जिला का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने राम वनगमन पर्यटन परिपथ को लेकर राजिम का दौरा किया है. उन्होंने कहा कि राजिम विकास पंचकोशी तीर्थ यात्रा की परिधि को भी विकास परिपथ में मूलभूत सुविधाएं से विकसित किया जाएगा.
जिन स्थलों से श्री राम वन गमन किए थे. सरकार उन जगहों को चिन्हांकित कर विकसित करने का ऐलान किया था, इन जगहों में गरियाबंद जिले का प्रमुख तीर्थस्थल राजिम भी शामिल है. राम वन गमन के दौरान श्री राम पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ लोमश ऋषि आश्रम में ठहरे थे.
पंचकोशी धाम यात्रा को किया जाएगा विकसित
चर्चा के दौरान कुलेश्वर मंदिर, राजीव लोचन मंदिर और लोमस ऋषि आश्रम को सौंदर्यकरण करने और वहां जरूरी सुविधाएं विकसित करने चर्चा की गई. चर्चा के दौरान 25 किलोमीटर परिधि के अंतर्गत पंचकोशी धाम यात्रा के प्रमुख स्थलों में मार्गो में संकेतांक और मूलभूत सुविधाएं जैसे पेयजल, यात्री प्रतीक्षालय, पर्यटन सुविधा केंद्र स्थापित करने पर भी चर्चा की गई.
10 दिनों में योजना बनाना होगा
मुख्य सचिव श्री मंडल ने पर्यटन विभाग को 10 दिनों के भीतर इस पर विस्तृत कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. वहीं पूरे कार्य के समन्वय के लिए वन संरक्षक एसएसडी बढ़गैया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. राजिम नगरी को पुरातत्व और ऐतिहासिक पहचान देने के लिए शहर के चारों ओर प्रवेश द्वार और सजावट के लिए भी विचार-विमर्श किया गया.
जिला प्रशासन के सभी अधिकारी रहे मौजूद
गुरुवार को छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव आर पी मंडल की अगुवाई में राज्य के मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी और पर्यटन सचिव पी अन्बलगन ने राजिम का दौरा किया. भ्रमण के दौरान उन्होंने राजीव लोचन मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश के खुशहाली और समृद्धि के लिए कामना किया. इस दौरान अधिकारियों ने राजिम में उन स्थलों को चिन्हित करते हुए जिले के आला-अधिकारियों कलेक्टर श्याम धावडे, एसपी एम आर आहिरे, जिला पंचायत सीईओ विनय लंगेह और वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल के साथ विस्तार से चर्चा की.