गरियाबंद : कई बार तस्कर (Smugglers) लाख निगरानी में भी नशीले पदार्थों की तस्करी (Drug trafficking) कर के निकल जाते हैं और पुलिस को पता भी नहीं चलता. ऐसे शातिर तस्करों (vicious smugglers) और अपराधियों के लिए पुलिस ने तीसरी आंख यानी कि सीसीटीवी कैमरे (CCTV camera)को बॉर्डर पर लगवाने की तैयारी शुरू कर दी है. यानी कि अब तस्कर हो या कोई बड़ा अपराधी बॉर्डर पार करने के दौरान ही वोे सीसीटीवी में कैद हो जायेगा.
2 बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे के साथ हाईटेक चेकपोस्ट
दरअसल, गरियाबंद पुलिस ने 2 बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे के साथ हाईटेक चेकपोस्ट का भी निर्माण कराया है, ताकि तस्करों को आसानी से दबोचा जा सके. आपको बता दें कि पिछले 8 माह में ही गरियाबन्द व ओड़िशा कालाहाण्डी पुलिस ने इस रूट पर 3 करोड़ से भी ज्यादा कीमती गांजा जब्त करते हुए अंन्तर्राज्यीय तस्करों को दबोचा था. बावजूद इसके गरियाबंद जिला के 8 से 10 स्थानों से तस्कर ओड़िशा से गरियाबंद जिले में प्रवेश कर सकते हैं, जिसे लेकर पुलिस प्रशासन लगातार सख्त कदम उठा रही है.
डीजीपी के आदेश पर सीसीटीवी से निगरानी शुरू
डीजीपी के आदेश पर गरियाबंद पुलिस ने चेकपोस्ट पर सीसीटीवी से निगरानी शुरू की है. गरियाबंद पुलिस ने ओड़िशा के कालाहांडी जिले के नजदीक देवभोग थाना के खुटगांव और छूरा थाना के कोमाखान में दो हाईटेक चेकपोस्ट तैयार किया है. दोनों ही चेकपोस्ट पर पुलिस जवान भी 24 घण्टे तैनात रहेंगे. वहीं अगर बात आंकड़ो की करें तो बीते दो महीने में ही गरियाबंद और ओड़िशा पुलिस ने 3 करोड़ से अधिक का गांजा जब्त किया. जिसे तस्कर इसी रास्ते से तस्करी कर रहे थे. वहीं, गरियाबंद पुलिस ने अब तस्करी पर नकेल कसने को लेकर कमर कस ली है.
आधुनिक तकनीक से रखेंगे तस्करों पर निगरानी
इस बीच पुलिस विभाग तस्करी जैसे अपराध को रोकने के लिए कई आधुनिक तरीके अपना रही है. जिसमें सीसीटीवी शामिल है. ऐसे में अब बॉर्डर पर तस्करों की निगरानी जिला मुख्यालय में बैठे अफसर भी आसानी से कर सकेंगे. हालांकि उड़ीसा की ज्यादातर सीमाएं गरियाबंद जिले से लगती है. जिसके चलते तस्कर आसानी से कहीं से भी गाजा की तस्करी कर रायपुर व आगे निकल सकते हैं. चूंकि गरियाबंद पुलिस ने मात्र दो जगह चेक पोस्ट लगाकर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. हालांकि अन्य 10 से 12 ऐसे स्थान हैं, जहां से आसानी से तस्कर निकल सकते हैं. इन पर भी पुलिस विभाग को गौर करना होगा.