गरियाबंद : 18 दिनों से मैनपुर विकासखंड के मौहभाठा गांव में बिजली नहीं है. लोग अंधेरे में जीवन यापन कर रहे हैं. ब्लैक आउट से बरसात में लोगों को सांप, बिच्छू, जंगली जीवों आदि का भी खतरा है. मामले में बिजली विभाग के कान पर अभी तक जूं नहीं रेगा है. इस समस्या की वजह से लोग काफी परेशान हैं. बता दें कि मौहभाठा गांव में ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली नहीं है. नया ट्रांसफार्मर नहीं लगने से गांव में अंधेरा है.
7 बजे के बाद थम जाता है गांव
हर शाम को 7 बजे के बाद गांव अंधेरे में डूब जाता है. 18 दिनों से लोगों की जिंदगी चिमनी युग में पहुंच गई है.
प्राभावित हो रही बच्चों की पढ़ाई
सांझ ढलने के बाद केवल एक-दो घंटे ही चिमनी के सहारे बच्चों की पढ़ाई हो पा रही है. बिजली नहीं होने के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अधिकारी दे रहे गोल-मोल जवाब
मामले में संबंधित अधिकारी पहले तो रायपुर से ट्रांसफार्मर मंगवाने के लिये गाड़ी उपलब्ध नहीं होने की बात कह रहे थे. बाद में अन्य कार्य में व्यस्त होने की बात करने लगे. मामले में जल्द ही ट्रांसफार्मर लगवाने की बात कही है.