गरियाबंद: पूरे प्रदेश में शुक्रवार को भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मौजूदा सरकार के खिलाफ धान खरीदी को लेकर मोर्चा खोला है. भाजपाइयों ने किसानों की धान को 25 सौ रुपये समर्थन मूल्य पर खरीदी करने को लेकर प्रदर्शन किया और तिरंगा चौक पर कांग्रेसियों की घोषणा पत्र की प्रतियां जलाकर मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के दौरान भाजपाइयों ने सरकार पर वदाखिलाफी करने का आरोप लगाया है. पूर्व विधायक गोवर्धन मांझी ने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने किसानों से 25 सौ रुपये क्विंटल में धान खरीदने का वादा किया था, लेकिन अब कांग्रेस अपने वादे से पीछे हट रही है. कांग्रेस 2500 की बजाय 18 सौ रुपये में धान लेने जा रही है, जो किसानों के साथ छलावा है. ऐसी सरकार के शासन में रहने का कोई अधिकार नहीं है. कांग्रेस सरकार को नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा देनी चाहिए, यदि सरकार जल्द ही किसानों की हित में फैसला नहीं लेगी तो मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया जायेगा.
सरकार को दी चेतावनी
भाजपाइयों ने धान खरीदी 1 दिसंबर की बजाय आने वाले दो-तीन दिनों में प्रारंभ करने की चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी सरकार के समय किसानों के पास दिवाली के समय पैसा होता था, लेकिन इस बार दिवाली पर किसानों के हाथ खाली थे, जिससे किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं.