ETV Bharat / state

नगर निगम की लापरवाही से प्लास्टिक मुक्त शहर का सपना रह सकता है अधूरा! - स्वच्छता सर्वेक्षण 2019

भिलाई नगर निगम के अधिकारियों ने 2 अक्टूबर तक शहर को प्लास्टिक मुक्त करने की शपथ तो ली थी लेकिन अब तक न तो शहर में प्लास्टिक का उपयोग कम हुआ है न ही अधिकारी अब इस ओर ध्यान दे रहे है.

भिलाई शहर
author img

By

Published : Oct 6, 2019, 2:43 PM IST

Updated : Oct 6, 2019, 4:27 PM IST

दुर्ग: बढ़ते प्रदूषण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छता अभियान से प्रभावित होकर एक महीने पहले भिलाई नगर निगम के अधिकारियों ने शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए योजना तैयार की थी. निगम ने लोगों को पेपर बैग बांटने का काम किया था, लेकिन अधिकारियों की योजना ज्यादा दिन नहीं चली. 2 अक्टूबर तक शहर को प्लास्टिक मुक्त करने का शपथ लेने वाले अधिकारी ये दिन आते-आते अपनी मुहिम को ही भूल गए.

ठंडे बस्ते में गई प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने की शपथ.

एक ओर स्कूली बच्चे इस मुहिम में शामिल होकर प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण और स्वच्छता का संकल्प ले रहे हैैं. वहीं दूसरी ओर भिलाई शहर में आज भी गंदगी फैली हुई है. भिलाई शहर से हर महीने सैकड़ों किलो प्लास्टिक कचरा निकाला जाता है. इस प्लास्टिक को रि-साइकिल भी नहीं किया जा रहा है.

यहां-वहां फैले हैं प्लास्टिक
शहर के 12 एसएलआरएम सेंटरों में कचरा अलग करने के बाद कम्प्रेस मशीन रखी गई है. ट्रेचिंग ग्राउंड में बिना सेग्रिगेट किया कचरा फेंक दिया जाता है, जो हफ्तों-महीनों तक यहीं पड़ा रहता है. यहां से गुजरने वाले मवेशी खाने की तलाश में कचरे में फैले प्लास्टिक को खा रहे हैं.

स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने की कोशिश
भिलाई नगर निगम इन दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने की कवायद कर रहा है. इसके लिए आयुक्त ने सभी जोन के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं. इसके बाद भी अधिकारियों की लापरवाही नजर आ रही है. भिलाई विधायक देवेंद्र यादव इस मुहिम में सबकी सहभागिता की बात कर रहे हैं तो वहीं निगम फिर से प्रयास करने की बात कर रहा है.

दुर्ग: बढ़ते प्रदूषण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छता अभियान से प्रभावित होकर एक महीने पहले भिलाई नगर निगम के अधिकारियों ने शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए योजना तैयार की थी. निगम ने लोगों को पेपर बैग बांटने का काम किया था, लेकिन अधिकारियों की योजना ज्यादा दिन नहीं चली. 2 अक्टूबर तक शहर को प्लास्टिक मुक्त करने का शपथ लेने वाले अधिकारी ये दिन आते-आते अपनी मुहिम को ही भूल गए.

ठंडे बस्ते में गई प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने की शपथ.

एक ओर स्कूली बच्चे इस मुहिम में शामिल होकर प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण और स्वच्छता का संकल्प ले रहे हैैं. वहीं दूसरी ओर भिलाई शहर में आज भी गंदगी फैली हुई है. भिलाई शहर से हर महीने सैकड़ों किलो प्लास्टिक कचरा निकाला जाता है. इस प्लास्टिक को रि-साइकिल भी नहीं किया जा रहा है.

यहां-वहां फैले हैं प्लास्टिक
शहर के 12 एसएलआरएम सेंटरों में कचरा अलग करने के बाद कम्प्रेस मशीन रखी गई है. ट्रेचिंग ग्राउंड में बिना सेग्रिगेट किया कचरा फेंक दिया जाता है, जो हफ्तों-महीनों तक यहीं पड़ा रहता है. यहां से गुजरने वाले मवेशी खाने की तलाश में कचरे में फैले प्लास्टिक को खा रहे हैं.

स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने की कोशिश
भिलाई नगर निगम इन दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने की कवायद कर रहा है. इसके लिए आयुक्त ने सभी जोन के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं. इसके बाद भी अधिकारियों की लापरवाही नजर आ रही है. भिलाई विधायक देवेंद्र यादव इस मुहिम में सबकी सहभागिता की बात कर रहे हैं तो वहीं निगम फिर से प्रयास करने की बात कर रहा है.

Intro:पूरा देश में महात्मा गांधी की 150 वी जयंती मनाई गई । स्वच्छता की शपथ ली गई, वहीं भिलाई शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए एक महीने पूर्व निगम के अधिकारियो ने योजना तैयार की, लोगों को प्लास्टिक की जगह पेपर बैग बांटने की योजना तैयार की गई लेकिन 2 अक्टूबर तक शहर को प्लास्टिक मुक्त करने का शपथ लेने वाले अधिकारी 2 अक्टूबर आते आते अपने मुहिम को ही भूल गए हैं।

Body:भिलाई शहर को प्लास्टिक मुक्त शहर, बनाने का दावा करने वाली निगम अब अपने मुहिम को ही भूल गई है। स्कूली बच्चों को इस मुहिम में शामिल करने शहर के स्कूलों में प्लास्टिक मुक्त व स्वच्छता का संकल्प लिया जा रहा है। लेकिन भिलाई शहर में आज भी गंदगी का यह आलम है । भिलाई के पूरे 70 वार्डो में इस तरह की तस्वीरें आपको देखेने को मिल जाएगी, भिलाई शहर से हर माह डेढ़ टन प्लास्टिक कचरा निकाला जाता है। और इस प्लास्टिक को रीसायकल नही करने के कारण प्लास्टिक से गाय, भैस, व अन्य जानवर प्रभावित हो रहे है। शहर के 12 एसएलआरएम सेंटरों में कचरा अलग करने के बाद कम्प्रेस मशीन रखी गई है। ट्रेचिंग ग्राउंड में बिना सेग्रिगेट किया कचरा फेंक दिया जाता है । जो हफ्तों महीनों ऐसा ही पड़ा रहता है। यहां से गुजरने वाले मवेशी खाने की तलाश में कचरे में फैले प्लास्टिक को खा रहे हैं। Conclusion:वहीं इन दिनों भिलाई नगर निगम स्वचछता सर्वेक्षण में अव्वल आने की कवायद कर रहा है। इसके लिए आयुक्त द्वारा सभी जोन के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिया गया है। इसके बाद भी अधिकारियों की लापरवाही नजर आ रही है। भिलाई विधायक देवेंद्र यादव इस मुहिम में सबकी सहभागिता की बात कर रहे तो निगम फिर से प्रयास करने की बात कर रहा है।

बाईट_ प्रवीण सार्वा ,पीआरओ,ननि भिलाई (ब्लू चेक शर्ट में)

बाईट_ देवेंद्र यादव, महापौर,ननि भिलाई (सफेद शर्ट में)

कोमेन्द्र सोनकर,दुर्ग
Last Updated : Oct 6, 2019, 4:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.