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गरियाबंद: बीमार पड़ा झुंड से बिछड़ा हाथी का बच्चा, महावत कर रहे देखभाल - सीतानदी अभयारण्य में हाथी

सीतानदी अभयारण्य में 30 हाथियों के झुंड के गुजरते समय हाथी का बच्चा अपने झुंड से बिछड़ा गया. जो बुरी तरह बीमार है.

झुंड से बिछड़ा हाथी का बच्चा बीमार
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Published : Nov 21, 2019, 2:14 PM IST

Updated : Nov 21, 2019, 3:29 PM IST

गरियाबंद: जिले में हाथी का बच्चा अपने झुंड से बिछड़ गया है और बुरी तरह बीमार पड़ने की वजह से खाना भी नहीं खा पा रहा है. जिसके इलाज के लिए रायपुर से डॉक्टर और अंबिकापुर से महावत बुलवाए गए हैं.

बीमार पड़ा झुंड से बिछड़ा हाथी का बच्चा, महावत कर रहे देखभाल

हाथी के बच्चे को पहले ट्रेंकुलाइजर गन से एंटीबायोटिक के इंजेक्शन डॉट किया गया और फिर रस्सी से बांधकर उसका इलाज किया जा रहा है.

गरियाबंद जिले में हाथी का बच्चा अपने 30 हाथियों के झुंड से बिझड़ गया है. जो अभी कुकरार गांव में है वहीं उसका झुंड ओडिशा पहुंच चुका है. वन अधिकारियों को इलाज के साथ-साथ अब यह भी चिंता सता रही है कि बच्चा ठीक हो जाएगा तब उसे झुंड से कैसे मिलाया जाएगा. इस मामले को लेकर उदंती सीतानदी अभ्यारण के अधिकारी लगातार तमिलनाडु के विशेषज्ञों से चर्चा कर रहे हैं और उनके बताए अनुसार हाथी का इलाज किया जा रहा है.

पढ़ें-सूरजपुर: फाइलेरिया से देश को मुक्त करने के लिए निकाली जागरूकता रैली

सीतानदी अभयारण्य से गुजरते वक्त बिछड़ा हाथी का बच्चा
इस बार पहली बार 30 हाथियों का बड़ा झुंड ओडिशा से होकर गरियाबंद जिले के उदंती सीतानदी अभयारण्य के पहाड़ी इलाकों में पहुंचा और 15 दिनों तक इस इलाके में आतंक मचाने और खेत में खड़ी फसल को बर्बाद करने के बाद दो दिन पहले ओडिशा वापस चला गया. लेकिन झुंड का एक हाथी छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में छूट गया जब अधिकारियों ने इसे देखा तो पता चला कि यह बुरी तरह बीमार है मुंह और इसकी जुबान के साथ-साथ गले में घाव हैं. बच्चे को देखने के बाद अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों से संपर्क तमिलनाडु के चिकित्सक से सलाह ले कर अंबिकापुर से महावत बुलवाया. हाथी के बच्चे का इलाज किया जा रहा है.

गरियाबंद: जिले में हाथी का बच्चा अपने झुंड से बिछड़ गया है और बुरी तरह बीमार पड़ने की वजह से खाना भी नहीं खा पा रहा है. जिसके इलाज के लिए रायपुर से डॉक्टर और अंबिकापुर से महावत बुलवाए गए हैं.

बीमार पड़ा झुंड से बिछड़ा हाथी का बच्चा, महावत कर रहे देखभाल

हाथी के बच्चे को पहले ट्रेंकुलाइजर गन से एंटीबायोटिक के इंजेक्शन डॉट किया गया और फिर रस्सी से बांधकर उसका इलाज किया जा रहा है.

गरियाबंद जिले में हाथी का बच्चा अपने 30 हाथियों के झुंड से बिझड़ गया है. जो अभी कुकरार गांव में है वहीं उसका झुंड ओडिशा पहुंच चुका है. वन अधिकारियों को इलाज के साथ-साथ अब यह भी चिंता सता रही है कि बच्चा ठीक हो जाएगा तब उसे झुंड से कैसे मिलाया जाएगा. इस मामले को लेकर उदंती सीतानदी अभ्यारण के अधिकारी लगातार तमिलनाडु के विशेषज्ञों से चर्चा कर रहे हैं और उनके बताए अनुसार हाथी का इलाज किया जा रहा है.

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सीतानदी अभयारण्य से गुजरते वक्त बिछड़ा हाथी का बच्चा
इस बार पहली बार 30 हाथियों का बड़ा झुंड ओडिशा से होकर गरियाबंद जिले के उदंती सीतानदी अभयारण्य के पहाड़ी इलाकों में पहुंचा और 15 दिनों तक इस इलाके में आतंक मचाने और खेत में खड़ी फसल को बर्बाद करने के बाद दो दिन पहले ओडिशा वापस चला गया. लेकिन झुंड का एक हाथी छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में छूट गया जब अधिकारियों ने इसे देखा तो पता चला कि यह बुरी तरह बीमार है मुंह और इसकी जुबान के साथ-साथ गले में घाव हैं. बच्चे को देखने के बाद अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों से संपर्क तमिलनाडु के चिकित्सक से सलाह ले कर अंबिकापुर से महावत बुलवाया. हाथी के बच्चे का इलाज किया जा रहा है.

Intro:एंकर---गरियाबंद में हाथी का एक बच्चा झुंड से बिछड़ गया है और बुरी तरह बीमार है खाना नहीं खा पा रहा है इलाज के लिए रायपुर से चिकित्सक और अंबिकापुर से महावत बुलवाएं गए हैं बच्चे को ट्रेंकुलाइजर गन से एंटीबायोटिक के इंजेक्शन डॉट किया गया फिर रस्सी से बांधकर उसका इलाज किया गया गले और मुंह में घाव मिला जिसमें कीड़े लगना प्रारंभ हो रहे थे इलाज के बाद नन्हे हाथी की स्थिति कुछ बेहतर है अब नन्हा हाथी जहां गरियाबंद जिले के कुकरार गांव में है वही उसका 30 हाथियों का झुंड उड़ीसा पहुंच चुका है वन अधिकारियों को इलाज के साथ-साथ अब यह भी चिंता सता रही है कि बच्चा अगर ठीक भी हो जाता है तो उसे झुंड से कैसे मिलाया जाएगा इलाज और इस मामले को लेकर उदंती सीतानदी अभ्यारण के अधिकारि लगातार तमिलनाडु के विशेषज्ञों से चर्चा कर रहे हैं और उनके बताएं अनुसार हाथी का इलाज किया जा रहा हैं।

Body:गरियाबंद जिले में हाथी आने का इतिहास तो नहीं रहा है मगर बीते 3 सालों से इक्का-दुक्का हाथी भटक कर गरियाबंद पहुंचते रहे थे इसके बाद इस बार पहली बार 30 हाथियों का बड़ा ढूंढ उड़ीसा से होकर गरियाबंद जिले के उदंती सीतानदी अभयारण्य के पहाड़ी इलाकों में उड़ीसा की ओर से पहुंचा 15 दिनों तक इस इलाके में आतंक मचाने और लोगों की फसल को बर्बाद करने के बाद याद झूठ दो दिन पहले उड़ीसा वापस चला गया मगर झुंड का एक हाथी छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में छूट गया जब अधिकारियों ने इसे देखा तो पता चला कि यह बुरी तरह बीमार है मुंह और जबान तथा गले में घाव है इस देखने के बाद अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों से संपर्क तमिलनाडु के चिकित्सक से सलाह ले कर अंबिकापुर से महावत बुलवा कर उसका इलाज किया जा रहा हैConclusion:बाइट--श्री विष्नु dfo
Last Updated : Nov 21, 2019, 3:29 PM IST
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