दुर्ग: इस लॉकडाउन की मार अगर कोई सबसे ज्यादा झेल रहा है, तो वो हैं दूसरे राज्यों में फंसे हुए मजदूर. रोजी-रोटी कमाने के लिए दूसरे राज्यों में गए मजदूर अब अपने घर वापस लौटना चाहते हैं. इसके लिए वे अपने गृह राज्यों के लिए पैदल ही निकल रहे हैं, जबकि श्रमिकों के लिए सरकार ट्रेनें चला रही है. दुर्ग के भिलाई 3 में जिला युवा कांग्रेस के महासचिव मोहम्मद नजरूल इस्लाम ने यूपी के मजदूरों के लिए राशन और सब्जी की व्यवस्था की. मजदूरों के अपने घर वापस जाने की बात कहने पर नजरूल इस्लाम ने तत्काल दुर्ग कलेक्टर अंकित आनंद से परमिशन ली. इसके बाद सभी को बस के जरिए से बुधवार की सुबह 4 बजे प्रयागराज के लिए रवाना किया गया.
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सभी मजदूरों के लिए की गई व्यवस्था
सभी मजदूरों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाना, पानी, बिस्किट, मास्क, सैनिटाइजर देकर रवाना किया गया. साथ ही रास्ते में किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो, ऐसे सभी संसाधनों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उन्हें रवाना किया गया है. सभी मजदूरों के जाने का खर्च नजरूल इस्लाम ने खुद उठाया. सभी मजदूरों ने जाते-जाते नजरूल इस्लाम के इस कार्य की सराहना की और घर जाने में मदद करने के लिए दुआएं दी. मजदूरों की घर वापसी कराने के लिए सी ग्रुप के श्रीकांत वर्मा, मोहम्मद इसरार, युवराज कश्यप, रोशन निर्मलकर और अन्य युवा साथी पहुंचे थे.
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छत्तीसगढ़ सरकार से लगाई मदद की गुहार
मजदूरों ने छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की गुहार लगाई है. मजदूरों का कहना है कि उनके पैसे भी खत्म हो गए हैं और वह अपने घर जाना चाहते हैं. ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार उनकी मदद करे, ताकि वे अपने घरों तक पहुंच सकें.
12 मई से शुरू हुई यात्री ट्रेनें
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण अचानक देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन लगा दिया गया था. फिलहाल लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन 12 मई से सरकार ने यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया है, हालांकि लॉकडाउन फेज 3 से ही मजदूरों की घर वापसी के लिए श्रमिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं.