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दुर्ग में महिलाओं ने बनाये फूल और सब्जियों से हर्बल गुलाल

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Published : Mar 25, 2021, 9:05 PM IST

Updated : Mar 27, 2021, 1:13 PM IST

दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के मतवारी गांव की गायत्री स्व-सहायता महिला समूह हर्बल गुलाल तैयार कर रही है. महिलाओं ने बताया कि इस साल हर्बल गुलाल की डिमांड बहुत ज्यादा है.

herbal gulal in durg
महिलाओं ने बनाये फूल और सब्जियों से हर्बल गुलाल

दुर्ग: रंगों के त्योहार होली की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इस त्योहार की रौनक अलग ही होती है. रंग-बिरंगे चेहरे खुशी से इठलाते नजर आते हैं. कई बार केमिकल युक्त रंग-गुलाल के कारण त्योहार का मजा किरकिरा हो जाता है. लोगों को इससे एलर्जी भी हो जाती है. लेकिन अब ऐसे रंग या गुलाल से डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि दुर्ग जिले के मतवारी गांव की गायत्री स्व-सहायता समूह हर्बल गुलाल बना रही है. ये गुलाल स्किन को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है.

फूल और सब्जियों से बने हर्बल गुलाल

दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के मतवारी गांव की गायत्री स्व-सहायता महिला समूह हर्बल गुलाल तैयार कर रही है. हर्बल गुलाल बनाने के लिए सबसे पहले अरारोट या मक्का के पाउडर में चुकंदर,पालक भाजी,पलाश, हल्दी इत्यादि का इतेमाल किया जाता है. जिसके बाद रंग-बिरंगे हर्बल गुलाल बनाया जाता है. इसमें किसी प्रकार का केमिकल का उपयोग नहीं किया जाता.

आदिवासी महिलाओं से पांच स्टेप में जानिए हर्बल गुलाल बनाना

हर्बल गुलाल की डिमांड ज्यादा

गायत्री स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष जागृति साहू ने बताया कि हर्बल गुलाल बनाने का परीक्षण लिया गया है. जिला पंचायत के सीईओ के मार्गदर्शन में हर्बल गुलाल तैयार कर रहे हैं. ये लोगों के स्किन के लिए फायदेमंद है और बाजारों में मिलने वाले गुलाल से बहुत ही अच्छा है. उन्होंने बताया कि इस साल हर्बल गुलाल की डिमांड बहुत अधिक है. लेकिन समय के अभाव के कारण टारगेट पूरा नहीं कर पा रहे हैं. आगामी समय में ज्यादा मात्रा में हर्बल गुलाल तैयार करेंगे. ताकि जिले के साथ प्रदेश स्तर पर भी हर्बल गुलाल उपलब्ध किया जा सके.

herbal gulal in durg
हर्बल गुलाल

आत्मनिर्भर बन रही महिलाएं

समूह की भारती साहू ने बताया कि घर के काम करने के बाद हर्बल गुलाल बनाने में जुट जाते हैं. इस काम से हमे रोजगार भी मिल रहा है. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है.

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महिलाओं की कड़ी मेहनत का फल

जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि 15 दिनों में समूह की महिलाओं ने कड़ी मेहनत करके हर्बल गुलाल तैयार किया है. हर्बल गुलाल की जिले के साथ अन्य जिलों में भी डिमांड है. जिला पंचायत परिसर में भी स्टॉल लगाकर हर्बल गुलाल की बिक्री की व्यवस्था की जाएगी.

दुर्ग: रंगों के त्योहार होली की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इस त्योहार की रौनक अलग ही होती है. रंग-बिरंगे चेहरे खुशी से इठलाते नजर आते हैं. कई बार केमिकल युक्त रंग-गुलाल के कारण त्योहार का मजा किरकिरा हो जाता है. लोगों को इससे एलर्जी भी हो जाती है. लेकिन अब ऐसे रंग या गुलाल से डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि दुर्ग जिले के मतवारी गांव की गायत्री स्व-सहायता समूह हर्बल गुलाल बना रही है. ये गुलाल स्किन को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है.

फूल और सब्जियों से बने हर्बल गुलाल

दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के मतवारी गांव की गायत्री स्व-सहायता महिला समूह हर्बल गुलाल तैयार कर रही है. हर्बल गुलाल बनाने के लिए सबसे पहले अरारोट या मक्का के पाउडर में चुकंदर,पालक भाजी,पलाश, हल्दी इत्यादि का इतेमाल किया जाता है. जिसके बाद रंग-बिरंगे हर्बल गुलाल बनाया जाता है. इसमें किसी प्रकार का केमिकल का उपयोग नहीं किया जाता.

आदिवासी महिलाओं से पांच स्टेप में जानिए हर्बल गुलाल बनाना

हर्बल गुलाल की डिमांड ज्यादा

गायत्री स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष जागृति साहू ने बताया कि हर्बल गुलाल बनाने का परीक्षण लिया गया है. जिला पंचायत के सीईओ के मार्गदर्शन में हर्बल गुलाल तैयार कर रहे हैं. ये लोगों के स्किन के लिए फायदेमंद है और बाजारों में मिलने वाले गुलाल से बहुत ही अच्छा है. उन्होंने बताया कि इस साल हर्बल गुलाल की डिमांड बहुत अधिक है. लेकिन समय के अभाव के कारण टारगेट पूरा नहीं कर पा रहे हैं. आगामी समय में ज्यादा मात्रा में हर्बल गुलाल तैयार करेंगे. ताकि जिले के साथ प्रदेश स्तर पर भी हर्बल गुलाल उपलब्ध किया जा सके.

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हर्बल गुलाल

आत्मनिर्भर बन रही महिलाएं

समूह की भारती साहू ने बताया कि घर के काम करने के बाद हर्बल गुलाल बनाने में जुट जाते हैं. इस काम से हमे रोजगार भी मिल रहा है. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है.

हर्बल होली: फूल-पत्ती और फल के बने रंग से रंगीन हुआ बाजार

महिलाओं की कड़ी मेहनत का फल

जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि 15 दिनों में समूह की महिलाओं ने कड़ी मेहनत करके हर्बल गुलाल तैयार किया है. हर्बल गुलाल की जिले के साथ अन्य जिलों में भी डिमांड है. जिला पंचायत परिसर में भी स्टॉल लगाकर हर्बल गुलाल की बिक्री की व्यवस्था की जाएगी.

Last Updated : Mar 27, 2021, 1:13 PM IST
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