भिलाई: मैत्री बाग में नन्हें सफेद बाघों की दहाड़ सुनाई दे रही हैं. 28 अप्रैल को सफेद बाघिन रक्षा ने तीन शावकों को जन्म दिया था. इन शावकों की पहली तस्वीर और वीडियो जू प्रबंधन ने शनिवार को जारी किया है. शावकों को फिलहाल मां के साथ डॉक्टरों को निगरानी में डार्क रूम में रखा गया है. जुलाई में तीनों शावकों को मां रक्षा के साथ पिंजरे में छोड़ा जाएगा. इससे एक साल पहले सफेद बाघिन रोमा ने भी एक शावक को जन्म दिया था. वर्तमान में मैत्री बाग में सफेद बाघों की संख्या 9 हो गई हैं.
सफेद बाघिन रक्षा ने 3 शावकों को दिया जन्म: मैत्री बाग उद्यान विभाग प्रबंधन के डॉ एन के जैन ने बताया कि बाघिन रक्षा के तीन शावकों के पिता का नाम सुल्तान है. इससे एक साल पहले जन्म शावक का पिता भी सुल्तान हैं. शावकों के जन्म के बाद 4 महीने तक नन्हें शावकों को डॉक्टरों की विशेष निगरानी में मां के पास स्तनपान के लिए रखा जाता है. शावकों को मेडिसिन के रूप में विशेष प्रकार की विटामिन युक्त दवाइयां दी जा रही है. शावकों को चार महीना होने के बाद उन्हें पिंजरे में छोड़ा जाएगा.
मैत्रीबाग में सफेद बाघों की संख्या हुई 9: सफेद बाघिन के तीन शावकों के जन्म के बाद मैत्री बाग में अब सफेद बाघों की संख्या 9 हो गई हैं. इससे पहले जू में 6 सफेद बाघ थे. साल 1997 में सफेद बाघ बाघिन का एक जोड़ा नंदन वन चिड़िया घर भुवनेश्वर(ओडिशा) से मैत्री बाग लाया गया था. अनुकूल वातावरण और बेहतर रख रखाव के कारण यहां सफेद बाघों की वंश वृद्धि लागातार होती रही. इससे पहले भी मैत्री बाग में 12 से भी ज्यादा सफेद बाघों का प्रजनन कराया गया है. अच्छी प्रजनन क्षमता और वंश वृद्धि के कारण पूरे देशभर में मैत्री बाग के सफेद बाघों की बेहद मांग है. इसी वजह से मैत्री बाग प्रबंधन ने सेंट्रल जू ऑथोरिटी के नियमानुसार देश के 5 से भी ज्यादा चिड़ियाघरों के साथ विनिमय किया है.