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भिलाई स्टील प्लांट में हादसा, पंप हाउस का पाइप फटने से भरा पानी - दुर्ग में इस्पात संयंत्र पंप हाउस में भरा पानी

भिलाई इस्पात संयंत्र पंप हाउस-1 का पाइप लाइन लंबे से लीकेज हो रहा था. लेकिन इस पर प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा था. मंगलवार के तड़के 3 बजे पाइपलाइन फट गई. जिसके कारण 15 फीट तक पानी भर गया.

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भिलाई पाइप लाइन फटने से पंप हाउस में भरा 15 फीट पानी
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Published : Mar 9, 2021, 9:03 PM IST

दुर्ग: भिलाई स्टील प्लांट के पंप हाउस में हादसा हुआ है. यहां मंगलवार तड़के 3 बजे पंप हाउस-1 की पाइपलाइन फूट गई. जिससे 15 फीट तक पानी भर गया. पानी भरने के बाद प्लांट कर्मचारी पानी निकालने में जुटे. घटना से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. लेकिन बीएसपी अफसरों के इस रवैये से कर्मचारियों में आक्रोश है.

बीएसपी कर्मचारियों की माने तो पंप हाउस-1 का पाइप लाइन लंबे से लीकेज हो रहा था. इसकी जानकारी भी संयंत्र के अफसरों को थी. लेकिन समय पर उसे ना सुधारे जाने के चलते मंगलवार के तड़के 3 बजे पाइप लाइन फट गया. इससे पूरे पंप हाउस में पानी भर गया. पंप हाउस 20 से 30 फीट गहरा है. जिसमें 15 फीट तक पानी भरने से किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था. सुबह 3 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक लगातार तेज बहाव के साथ पानी बहता रहा. हालांकि फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां एक दर्जन कर्मचारियों के साथ पहुंच गई थी.

6 हाई पावर पंप से निकाला पानी

पानी का बहाव इतना तेज था कि फायर ब्रिगेड की टीम को 6 हाई पॉवर पंप लेकर पहुंचना पड़ा. कड़ी मशक्कत के बाद सुबह पानी खाली कराने में फायर ब्रिगेड की टीम कामयाब हो पाई. पंप हाउस काफी गहरा है, और वहां करोड़ो की लागत से मशीनें लगी हुई हैं. ऐसे में 15 फीट तक का पानी निकालना किसी चुनौती से कम नहीं था. इस पंप हाउस से संयंत्र के पावर प्लांट-1 को पानी भेजा जाता है. यहां पर लगे मोटर की कीमत करोड़ों में बताई जाती है. जिनमें पानी भर गया. जबकि प्लांट को चलाने के लिए प्रबंधन की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था कर किसी तरह पानी पहुंचाया गया.

-जांजगीर-नैला नगर पालिका के सीएमओ से जानिए कब पहुंचेगा हर घर तक पानी ?

पहले भी हो चुका है हादसा

भिलाई इस्पात संयंत्र के पंप हाउस -2 में 12 जून 2014 को ऐसी ही पानी भरने की घटना हो चुकी है. इस घटना में वहां काम कर रहे 6 लोगों की मौत हो गई थी. जिसमें दो उप महाप्रबंधक स्तर के अफसर थे. उस समय पंप हाउस-2 में पाइप लाइन फटने के साथ ही गैस का रिसाव भी हो गया था. हालांकि इस बार की घटना में वैसी स्थिति नहीं बनी. इस वजह से ही किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

2 हजार वर्ग फीट चौकोर का कुआं

कर्मचारियों ने बताया कि पंप हाउस नंबर 2 दो हजार वर्ग फीट चौकोर आकार का बड़ा कुआं है. यहां पर मरोदा डैम से पानी भरा जाता है. इस पानी को यहां लगे बड़े-बड़े मोटर पूरे दबाव के साथ पावर प्लांट-1 को भेजते हैं. जहां पर बॉयलर को पानी से चलाया जाता है. पंप हाउस में पानी भरने कारण सारे पंप बंद हो गए. भिलाई इस्पात संयंत्र के पंप हाउस नंबर 1 में लगे पंप और पाइप लाइन का काफी लंबे समय से मेंटेनेंस नहीं किया गया है. इसकी वजह से पाइप लाइन सड़ गए हैं. प्रबंधन इनकी सुधार की ओर ध्यान न देकर सिर्फ काम ले रहा है. जिसका नतीजा ये घटना है.

दुर्ग: भिलाई स्टील प्लांट के पंप हाउस में हादसा हुआ है. यहां मंगलवार तड़के 3 बजे पंप हाउस-1 की पाइपलाइन फूट गई. जिससे 15 फीट तक पानी भर गया. पानी भरने के बाद प्लांट कर्मचारी पानी निकालने में जुटे. घटना से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. लेकिन बीएसपी अफसरों के इस रवैये से कर्मचारियों में आक्रोश है.

बीएसपी कर्मचारियों की माने तो पंप हाउस-1 का पाइप लाइन लंबे से लीकेज हो रहा था. इसकी जानकारी भी संयंत्र के अफसरों को थी. लेकिन समय पर उसे ना सुधारे जाने के चलते मंगलवार के तड़के 3 बजे पाइप लाइन फट गया. इससे पूरे पंप हाउस में पानी भर गया. पंप हाउस 20 से 30 फीट गहरा है. जिसमें 15 फीट तक पानी भरने से किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था. सुबह 3 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक लगातार तेज बहाव के साथ पानी बहता रहा. हालांकि फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां एक दर्जन कर्मचारियों के साथ पहुंच गई थी.

6 हाई पावर पंप से निकाला पानी

पानी का बहाव इतना तेज था कि फायर ब्रिगेड की टीम को 6 हाई पॉवर पंप लेकर पहुंचना पड़ा. कड़ी मशक्कत के बाद सुबह पानी खाली कराने में फायर ब्रिगेड की टीम कामयाब हो पाई. पंप हाउस काफी गहरा है, और वहां करोड़ो की लागत से मशीनें लगी हुई हैं. ऐसे में 15 फीट तक का पानी निकालना किसी चुनौती से कम नहीं था. इस पंप हाउस से संयंत्र के पावर प्लांट-1 को पानी भेजा जाता है. यहां पर लगे मोटर की कीमत करोड़ों में बताई जाती है. जिनमें पानी भर गया. जबकि प्लांट को चलाने के लिए प्रबंधन की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था कर किसी तरह पानी पहुंचाया गया.

-जांजगीर-नैला नगर पालिका के सीएमओ से जानिए कब पहुंचेगा हर घर तक पानी ?

पहले भी हो चुका है हादसा

भिलाई इस्पात संयंत्र के पंप हाउस -2 में 12 जून 2014 को ऐसी ही पानी भरने की घटना हो चुकी है. इस घटना में वहां काम कर रहे 6 लोगों की मौत हो गई थी. जिसमें दो उप महाप्रबंधक स्तर के अफसर थे. उस समय पंप हाउस-2 में पाइप लाइन फटने के साथ ही गैस का रिसाव भी हो गया था. हालांकि इस बार की घटना में वैसी स्थिति नहीं बनी. इस वजह से ही किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

2 हजार वर्ग फीट चौकोर का कुआं

कर्मचारियों ने बताया कि पंप हाउस नंबर 2 दो हजार वर्ग फीट चौकोर आकार का बड़ा कुआं है. यहां पर मरोदा डैम से पानी भरा जाता है. इस पानी को यहां लगे बड़े-बड़े मोटर पूरे दबाव के साथ पावर प्लांट-1 को भेजते हैं. जहां पर बॉयलर को पानी से चलाया जाता है. पंप हाउस में पानी भरने कारण सारे पंप बंद हो गए. भिलाई इस्पात संयंत्र के पंप हाउस नंबर 1 में लगे पंप और पाइप लाइन का काफी लंबे समय से मेंटेनेंस नहीं किया गया है. इसकी वजह से पाइप लाइन सड़ गए हैं. प्रबंधन इनकी सुधार की ओर ध्यान न देकर सिर्फ काम ले रहा है. जिसका नतीजा ये घटना है.

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