दुर्ग: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र पाटन ब्लॉक के ग्राम झाडमोखली में 16 परिवार बेघर हो चुके हैं. गांव की सरपंच ने हाईकोर्ट से नोटिस लाकर 16 ग्रामीणों के घरों को तोड़वा दिया है, जिससे अब ये ग्रामीण इस गर्मी में भटकने को मजबूर हैं.
ग्रामीण अपने आशियाने को बचाने के लिए नायब तहसीलदार और पुलिस अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि गांव की सरपंच ममता राजू मेश्राम ने उनके घरों को तुड़वाने के लिए हाईकोर्ट से नोटिस लाई हैं.
25 सालों से कर रहे हैं निवास
गांव वाले आक्रोशित होकर इसका विरोध कर रहे हैं. गांव वालों का कहना है कि वे 25 सालों से यहां रहते आए हैं. उनके पास इसका पट्टा है, लेकिन फिर भी उन्हें इस भीषण गर्मी में बेघर कर दिया गया है. इतनी जल्दी नया आशियाना बना पाना मुश्किल है.
सरपंच पर आपसी दुश्मनी निकालने का आरोप
गांव वालों ने सरपंच को गांव के विकास के लिए सरपंच चुना था, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वही सरपंच एक दिन आपसी दुश्मनी निकालने के लिए उनके ही आशियाने को तोड़वा देगी, लेकिन अब सरपंच सरकार की योजनाओं का हवाला देकर गांव वालों की जमीन खाली करवा रही है.
वहीं नायब तहसीलदार का कहना है कि हाईकोर्ट के नोटिस पर कार्रवाई करने के लिए उन्हें यहां आना पड़ा. उनका कहना है कि 16 घरों को तोड़ने का आदेश हाईकोर्ट का है.