दुर्ग: छत्तीसगढ़ में 22 मार्च से लॉकडाउन घोषित है, जिसमें सभी दुकानों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. इन दुकानों में शराब दुकान भी आता है, लेकिन लॉकडाउन के नियमों को ताक में रखते हुए तस्कर शराब की अवैध तस्करी को बेखौफ होकर अंजाम देने में लगे हुए हैं. हैरत की बात तो ये है कि कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद प्रदेश के मुखिया और गृहमंत्री के जिले में शराब तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है. वहीं शराब तस्करी के मामले में पुलिस ने 5 पेटी अंग्रेजी शराब सहित 2 लोगों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, रायपुर के एक निजी होटल से ये दोनों तस्कर मालवाहक गाड़ी से लॉकडाउन के बीच शराब तस्करी कर रहे थे, लेकिन पुलिस को दोनों पर शक हुआ और नाकेबंदी कर गाड़ी की चेकिंग की गई, जिसमें 5 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब मिला. नगर पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि शराब तस्करी की मुखबिर से सूचना मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई की गई.
5 पेटी अंग्रेजी शराब जब्त
नगर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मालवाहक में मेथी की बोरियों के नीचे 5 पेटी अंग्रेजी शराब छिपाकर रखी हुई थी, जिसे जब्त कर लिया गया है. वहीं पकड़े गए आरोपियों में सिंधी कालोनी निवासी दीपक कुकरेजा और गाड़ी का ड्राइवर पोलसाय पारा निवासी शेख अब्दुल शामिल है. पुलिस ने बताया कि आरोपी मालवाहक गाड़ी में अति आवश्यक सामग्री का स्टीकर लगाकर शराब की तस्करी कर रहे थे, जिससे स्टीकर को देख पुलिस गाड़ी को बिना जांच पड़ताल किए छोड़ दे, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया.
भिलाई स्मृति में भी जब्त की गई थी शराब
बता दें कि एक दिन पहले भी एक शराब तस्कर को भिलाई स्मृति नगर पुलिस ने पकड़ा था, वह शराब भी प्रदेश के राजधानी रायपुर से लाई जा रही थी. लगातार शराब के परिवहन को देखते हुए जिला पुलिस आगे क्या कोई ठोस कदम उठाएगी या फिर शराब तस्कर पुलिस के नाक के नीचे लगातार शराब का परिवहन करते रहेंगे. यह पुलिस प्रशासन पर बड़ा सवाल है.