दुर्ग: कोरोना की हालत देखते हुए जिले में 6 से 14 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है. जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर दिया है. कलेक्टर ने सभी लोगों से घरों में रहने की अपील की है. सीएम भूपेश बघेल ने कलेक्टरों को परिस्थिति के अनुसार लॉकडाउन (lockdown) लगाने का फैसला लेने के निर्देश दिए थे. दुर्ग जिले में कोरोना के हालात बेकाबू हो चुके हैं. हर रोज संक्रमितों और मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है. पहले ही यहां रात में पाबंदी लगा दी गई थी लेकिन लोग लगातार लापरवाही बरत रहे थे. दुर्ग शासन और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. गुरुवार को 996 नए मरीज मिले थे. फिलहाल जिले में एक्टिव केस 9, 883 हैं.
कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आम नागरिकों से अपील की है कि जिले में संक्रमण के तेज प्रसार को नियंत्रित करने यह बहुत जरूरी है कि लॉकडाउन लगाया जाए. इसके लिए नागरिकों का सहयोग बेहद जरूरी है. पूर्व में जिले में लॉकडाउन लगाया गया था और जन सहयोग से कोरोना की पहली लहर को रोक पाने में सफलता मिली थी. इस बार भी कोविड संकट के दौर में धैर्य की जरूरत है, जिससे कोविड संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके. कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि वे घर में रहें, सुरक्षित रहें.
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कठिन परिस्थिति से गुजर रहे: कलेक्टर
कलेक्टर भुरे ने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों से नजदीकी टीकाकरण केंद्र पहुंचकर टीका लगवाने का आग्रह किया. कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि कोरोना के लक्षण दिखते ही टेस्ट कराएं. साथ ही पॉजिटिव आने पर चिकित्सक की सलाह पर कार्य करें. पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने पर भी टेस्ट कराएं. संक्रमित मरीज आइसोलेशन का पूरा ध्यान रखें. कलेक्टर ने कहा है कि जिले के समक्ष यह कठिन परिस्थिति है. यदि इस समय पूरे संयम और दृढ़ता से इस परिस्थिति का मुकाबला किया तो निश्चय ही हम अपने परिवारजनों और प्रियजनों को सुरक्षित रख सकेंगे.
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दुर्ग में पिछले 5 दिनों के आंकड़े-
- 28 मार्च - 785, मौत - 4
- 29 मार्च - 509, मौत - 4
- 30 मार्च - 769, मौत - 6
- 31 मार्च - 1199, मौत -7
- 01 अप्रैल - 996, मौत -7