दुर्ग: टोल नाको में 15 फरवरी से फास्टैग अनिवार्य हो गया है. इसके बिना गाड़ियां टोल प्लाजा से पार नहीं हो पाएगी. फास्टैग नहीं होने से दोगुना टैक्स वसूला जाएगा.ट्रैफिक क्लियर होने के बाद ही टोल पार करने की अनुमति होगी. इसमें सबसे ज्यादा परेशानी आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों पर टोल टैक्स का भार पड़ेगा. जिसको ध्यान में रखते हुए दुर्ग शिवनाथ एक्सप्रेसवे प्राइवेट लिमिटेड लोगों को रियायत देने के लिए दुर्ग पासिंग वाहनों के लिए मंथली पास बनाकर दे रही है. इस पास से कितनी बार भी वाहन मालिक आना-जाना कर सकेंगे.
दरअसल इस टोल नाके पर पिछले साल दुर्ग पासिंग नंबर को पूरी तरह से टोल टैक्स से छूट दी गई थी. लेकिन फास्टैग लागू होने के बाद टोल कंपनी से वाद विवाद की स्थिति को देखते यह निर्णय लिया गया है.जिले में 2 टोल नाके है जिसमे कुम्हारी व दुर्ग नेहरू नगर स्थित शिवनाथ टोल नाका है. यहां से रोजाना लाखों गाड़ियां गुजरती है. एक साल पहले आए दिन बायपास टोल नाके पर वाद विवाद हुआ करता था. इस वाद विवाद से बचने व आसपास के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने दुर्ग पासिंग नंबर को टोल टैक्स में रियायत दी.
120 रुपये में मंथली पास
कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर हेमन्त कुमार ने ETV भारत को बताया कि शिवनाथ बायपास से रोजाना 25 सौ से अधिक दुर्ग पासिंग गाड़ियां गुजरती है. फास्टैग लागू होने के बाद केंद्रीय परिवहन विभाग से लागू दरों पर टोल टैक्स लेना अनिवार्य है, उसके बावजूद कंपनी ने दुर्ग पासिंग वाहनों को अपनी तरफ से छूट देते हुए 120 रुपये में मंथली पास बनाकर वाहन मालिकों को दे रही है.
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वाहन मालिक गौरव शुक्ला ने बताया कि रोजाना इस टोल नाके से आना जाना होता है. पिछले साल दुर्ग पासिंग नंबर वाहनों को टोल टैक्स में छूट दिया गया था. लेकिन फास्टैग अनिवार्यता के बाद उसे 120 रुपये में मंथली पास बनाकर दिया गया है.इस मंथली पास से लोग कितनी बार भी आना-जाना कर सकेगा.
फास्ट टैग से कई तकनीकी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है. कभी मशीन स्केन नहीं करती है तो कभी फास्टैग में रिचार्ज करने में समस्या हो रही है.