दुर्ग: भिलाई 3 थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नंदौरी के सेवा सहकारी समिति भवन ( धान संग्रहण केंद्र) में 2 दिन पूर्व चौकीदार की हत्या हुई थी. मामला पुलिस ने महज 36 घंटे के भीतर सुलझा लिया है. हत्या के आरोप में सोसाइटी के लिपिक के छोटे बेटे को गिरफ्तार किया है. (clerk son arrested ) फिलहाल उसे कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है. पुलिस ने आरोपी के पास से लूट की 8 लाख रुपए और 2 बाइक भी बरामद किया है. (Theft in cooperative society of Durg )
शौक पूरा करने के लिए हत्या का रास्ता
आरोपी को मंहगी बाइक और फैशनेबल कपड़े की चाह थी. उसकी इस चाह ने उसे हत्यारा बना दिया. उसे पता था कि सोसाइटी में लाखों रुपए रखे हैं. वह उसे चुराकर अपने शौक पूरे करना चाहता था. लेकिन चोरी के दौरान उसे हत्या को अंजाम देना पड़ा.
चोरी करने पहुंचे आरोपी को चौकीदार हरिशंकर वर्मा ने देख लिया था. आरोपी ने चौकीदारी पर सब्बल से वार किया. उसने चौकीदार को मौत की घाट उतार दिया. हत्या की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर तहकीकात में जुट गई थी. डॉग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची थी. पुलिस ने हत्या और आलमारी में रखे लाखों रुपए की लूट पर जांच शुरू कर दी थी. जिसमें आलमारी में रखे रुपए को चाबी से खोलकर निकाला गया था. जिसके बाद सेवा सहकारी बैक के चाबी रखने वाले लिपिक ओमप्रकाश बंजारे के परिवार से पूछताछ की गई. जिसमें उसका छोटा बेटा नीतीश बंजारे ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया.
दुर्ग में धान संग्रहण केंद्र के चौकीदार की हत्या कर लाखों की लूट
पिता और भाई दोनों सहकारी समिति में पदस्थ
आरोपी का पिता और बड़ा भाई सेवा सहकारी समिति में पदस्थ हैं. सोसायटी में जमा रुपए की जानकारी छोटे भाई को बड़े भाई ने दी थी. जिसके बाद उसने चोरी करने की योजना बनाई थी. पिता की जेब से सहकारी बैंक के लॉकर की चाबी चोरी कर घटनास्थल पहुंचा था. लेकिन चौकीदार जग गया और नीतीश को पहचान लिया. वह शोर मचाने लगा था. जिसके बाद आरोपी ने सब्बल से चौकीदार के सिर पर हमला कर उसे मौत की घाट उतार दिया. उसने चोरी के रुपए मामा के गांव कोकड़ी में स्कूटी की डिक्की में रख दिया था.
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दुर्ग शहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव ने बताया घटनास्थल का मुआयना करने के बाद टीम गठित कर जांच की गई. लूट की वारदात से पुलिस को जानाकरी लगी कि जिसके पास सोसायटी की चाबी है उसी ने वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस ने करीब 35 परिवारों से पूछताछ की थी. जिसमें सोसायटी में लिपिक का छोटा बेटा नीतीश बंजारे ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया. आरोपी जुआ और अय्याशी का शौकीन था. जिसे पूरा करने के लिए हत्या और लूट की वारदात को अंजाम दिया था.