दुर्गः कोरोना के बढ़ते आंकड़ों ने हर्ष और उत्साह के महापर्व होली पर कोरोना का ग्रहण लगा दिया है. दुर्ग में नगाड़ों की थाप और होली के रंग में लोग सराबोर नजर आते थे. वहां सन्नाटा पसरा हुआ है. गिने चुने लोग ही घर से बाहर निकल रहे हैं. जिला प्रशासन ने होली में सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई है. प्रशासन के आदेश और कोरोना से बचने के लिए लोगों ने घर में ही रहना बेहतर समझा है. बच्चों को छोड़ दें तो युवा वर्ग ने होली से खुद को दूर रखा. कोरोना की वजह से पहली बार रंगों से सराबोर रहने वाला शहर ड्राय नजर आया.
सख्ती का दिखा असर
कोरोनो के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दुर्ग जिला प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से इकट्ठा होकर होली मनाने पर रोक लगाई है. ऐसे में भीड़ इकट्ठा करने वालों को सीधे जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही लोगों को घर में रहकर होली मनाने की अपील की गई है. जिसका असर शहर में देखा जा रहा है. दुर्ग के केलाबाड़ी से लेकर गंजपारा में सन्नाटा पसरा रहा. दुर्ग शहर के साथ-साथ भिलाई के सुपेला और नेहरू नगर इलाके में भी लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे.
दंतेश्वरी दरबार में पलाश के फूलों और होलिका दहन की राख से खेली होली
प्रशासनिक टीम कर रही मॉनिटरिंग
आदेश का पालन कराने के लिए प्रशानिक टीम सुबह से मॉनिटरिंग कर रही है. चौक-चौराहों पर पुलिस के आला अधिकारी सहित निगम की टीम भी मुस्तैद है. वहीं पुलिस की टीम दुकानें भी बंद कराते दिखाई दी. पुलिस की सुबह से कोशिश रही कि भीड़-इकट्ठा न हो सके. एक दिन पहले ही दुर्ग कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने निर्देश दिए थे कि जो भी लोग धारा 144 का पालन नहीं करेगा उसे जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी.
होली के एक दिन पहले ही मिले थे 785 नए मरीज
होली के एक दिन पहले रविवार को जिले में कुल 785 नए मरीज मिले थे. वहीं 4 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी. शनिवार को भी 1128 मरीज मिले थे. लगातार कोरोना के संक्रमण बढ़ने से दुर्ग जिला प्रदेश में पहले स्थान पर है. कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन की तमाम टीम शहर में मॉनिटरिंग कर रही है. कॉलोनियों के अलावा कई सेक्टर इलाकों में लगातार लोगों को मास्क सहित सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में पुलिस की टीम जुटी हुई है.