दुर्गः भिलाई के सेक्टर-9 अस्पताल में मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. अस्पताल प्रबंधन ने इलाज का पूरा पैसा जमा नहीं करने पर परिजन को शव देने से इंकार कर दिया. हालांकि मामले में आईजी के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को शव मिला.
बताया जा रहा है कि शहडोल निवासी बैगा आदिवासी केशव की पत्नी 21 अप्रैल को खाना बनाते वक्त बुरी तरह से जल गई थी. शहडोल में उचित इलाज नहीं होने के कारण उसने पत्नी को भिलाई के सेक्टर-9 अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसकी मौत हो गई.
शव देने से किया इंकार
एक सप्ताह के इलाज के दौरान मृतक की दवाई में करीब 50 हजार रुपए खर्च हो गए. इसकी भरपाई उसने अपनी जमीन बेच कर की. पत्नी की मौत के बाद अस्पताल ने परिजन को 80 हजार रुपए का बिल भरने को कहा. बिल न चुकाने पर अस्पताल ने शव देने से इंकार कर दिया.
पुलिस ने की मदद
इसकी सूचना डीजीपी डीएम अवस्थी को मिली, जिसके बाद उन्होंने आईजी हिमांशु गुप्ता को पीड़ित की मदद के निर्देश दिए. आईजी के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को शव मिल सका. आईजी ने शहडोल तक शव ले जाने की भी व्यवस्था कराई.