दुर्ग: एक तरफ त्योहार का लोड तो दूसरी तरफ वित्तीय वर्ष का दबाव. अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक सालभर के कामकाज को समेटने में लगे हैं. लेकिन दुर्ग के कर्मचारी इसे लेकर बिल्कुल भी फिक्रमंद नहीं हैं. शनिवार को एसडीएम के निरीक्षण में एक दो नहीं बल्कि एक साथ 34 पटवारी काम से गायब मिले. इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है.
स्वीकार नहीं किया गया छुट्टी के लिए दिया गया आवेदन: जिले में कार्यरत 34 पटवारियों ने छुट्टी के लिए आवेदन दिया था. एक साथ इतने पटवारी अवकाश में होने से राजस्व के कामों में बाधा के साथ ही आमजनों के काम रुक जाते. ऐसे में एसडीएम लक्ष्मण तिवारी ने कर्मचारियों की छुट्टी स्वीकर ही नहीं की. शनिवार को एसडीएम दुर्ग ने पटवारी कार्यालयों का निरीक्षण किया. इसमें पटवारी कार्यालय में कर्मचारी गायब मिले. छुट्टी स्वीकार न होने के बाद भी दफ्तर में कर्मचारियों को गायब देख एसडीएम का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने तत्काल सभी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
घूसखोर पटवारी निलंबित: ऋण पुस्तिका बनाने के नाम पर रिश्वत लेने वाला पटवारी सस्पेंड
24 घंटे में जवाब न देने पर किए जाएंगे सस्पेंड: सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के तहत शासकीय कामों में लापरवाही पाए जाने पर अनुपस्थित 34 पटवारियों को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है. अनुपस्थित पटावरियों को 24 घंटे के अंदर जवाब देना होगा. ऐसा न करने वाले पटवारियों पर निलंबन की कार्रवाई की जा सकती है. पिछले दिनों कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने धमधा अनुविभाग के 4 और पाटन अनुविभाग के 2 पटवारी समेत 1 राजस्व निरीक्षक सस्पेंड किए थे. कलेक्टर ने समीक्षा बैठक में पाया कि पटवारी और राजस्व निरीक्षक ने विभिन्न प्रकरणों में अपनी रिपोर्ट भेजने में देरी की, जिसकी वजह से इन मामलों का निराकरण रूका हुआ था.
कलेक्टर ने इन कर्चारियों पर की थी कार्रवाई: राजस्व अमले के जिन पटवारियों पर कार्रवाई की गई, उनमें धमधा के पटवारी हल्का 1 के पटवारी केशव लाल साहू, पटवारी हल्का नंबर 50 धमधा के पटवारी लोकेश्वर सिंह ठाकुर, पटवारी हल्का नंबर 49 के पटवारी नवीन मिश्रा और पाटन के पटवारी हल्का 53 पीकेश जायसवाल, पटवारी हल्का क्रमांक 46 बीजभाठा के पटवारी ईश्वर सेवई पर समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने और रिपोर्ट देर से देने के मामले में कार्रवाई की गई थी.