दुर्ग: पूरे देश को जहां प्लास्टिक मुक्त करने अलग-अलग सरकारी संस्थाओं द्वारा मुहिम चलाई जा रही है. वहीं शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने युवाओं ने बीड़ा उठाया है.
भिलाई शहर में इन दिनों शहर के अलग-अलग सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिबंधित पॉलिथीन और प्लास्टिक को अब निगम के सफाईकर्मियों के साथ-साथ, घूम-घूमकर इकट्ठा करने का बीड़ा हेमंत क्लीनअप मिशन के युवाओं ने भी उठाया है.
रोज सुबह करते हैं 15 से 20 किलो प्लास्टिक इकट्ठा
मिशन की शुरुआत चार युवाओं से हुई थी, जिसके बाद धीरे-धीरे इस संगठन से 15 से 20 स्कूली बच्चे भी जुड़ गए हैं. ये बच्चे रोज सुबह पांच बजे से बोरी लेकर प्लास्टिक इकट्ठा करने निकल जाते हैं और रोजाना लगभग 15 से 20 किलो प्लास्टिक एकत्र करते हैं.
कचरों को भेजा जाता है SLRM सेंटर
कचरे को इकट्ठा करने के बाद उसे SLRM सेंटर भेजा जाता है. इसके बाद SLRM सेंटर से गीले कचरे का उपयोग खाद बनाने के लिए और सूखे कचरे को उनके वस्तु के आधार पर अलग किया जाता है. वहीं नगर निगम भिलाई क्षेत्र में हर दिन 100 किलो प्लास्टिक इकट्ठा किया जाता है.
बच्चों के प्रयास को नगर निगम कर रहा प्रोत्साहित
मिशन से जुड़े बच्चों ने बताया कि, 'शिक्षकों का दिया गया ज्ञान और विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से हमें प्रेरणा मिली है कि प्लास्टिक और पॉलिथीन हमारे शहर के लिए कितना घातक है, इसलिए अब हमने यह ठाना है कि प्रतिबंधित प्लास्टिक और पॉलिथीन को हम हर दिन एकत्रित करने का कार्य करेंगे.' बच्चों के इस प्रयास को नगर निगम भी प्रोत्साहित कर रहा है.
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बच्चों को उपलब्ध कराए गए दस्तानें और मास्क
टीम ने आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी से मुलाकात की. आयुक्त ने प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा को निर्देशित किया कि इन युवाओं द्वारा किए जा रहे प्रशंसनीय कार्य के लिए निगम की तरफ से हर संभव मदद की जाए, जिसके बाद टीम को दस्तानें और मास्क दिए गए हैं.