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बीपीएल कार्ड बनाने को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप, घेरे में सरपंच

दुर्ग जिले के सरपंच, उपसरपंच और सचिव पर ग्रामीणों ने बीपीएल राशन कार्ड के नाम पर पैसे लेने के आरोप लगाए हैं.

बीपीएल कार्ड बनाने को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप, घेरे में सरपंच
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Published : Sep 22, 2019, 3:32 PM IST

Updated : Sep 22, 2019, 4:17 PM IST

दुर्ग: प्रदेश में सरकार ने खाद्यान्न सुरक्षा अधिनियम के तहत गरीब तबके के लोगों के लिए नया बीपीएल राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया था, जिसके बाद नए सिरे से जिले के भटगांव गांव में राशन कार्ड का निर्माण किया जा रहा है. वहीं ग्रामीणों ने सरपंच, उपसरपंच और सचिव पर आरोप लगाया है कि राशन कार्ड की आड़ में वे ग्रामीणों से जबरन संपत्ति की वसूली कर रहे हैं.

बीपीएल कार्ड बनाने को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप, घेरे में सरपंच

ग्रामीणों का आरोप है कि राशन कार्ड नवीनीकरण के नाम पर ग्राम पंचायत के सरपंच, उपसरपंच और सचिव मिलकर राशन कार्ड देने के एवज में लोगों से संपत्ति कर की वसूली की जा रही है. इस गांव में बीपीएल राशन कार्ड की संख्या 450 से अधिक है और सभी हितग्राहियों से ग्राम पंचायत टैक्स के नाम पर पैसा वसूली की जा रही है.

वसूली की जा रही है सम्पति कर की राशि
ग्रामीणों का कहना है कि राशन कार्ड सरकार की ओर से निशुल्क बनाया जा रहा है, लेकिन सरपंच की ओर से सम्पति कर की राशि वसूल की जा रही है. वहीं जो हितग्राही टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं, उनका राशन कार्ड देने से वे मना कर रहे हैं.

टैक्स की जबरन वसूली की जा रही है
लोगों का आरोप है कि पंचायत द्वारा ग्रामीणों से आगामी टैक्स की जबरन वसूली की है और सरपंच की ओर से राशन दुकान संचालक को निर्देशित किया गया है कि टैक्स की रसीद देखने के बाद ही राशन दें.

राशन कार्ड के नाम पर नहीं की जा रही वसूली : उपसरपंच
वहीं उपसरपंच का कहना है कि राशन कार्ड के नाम पर वसूली नहीं की जा रही बल्कि संपत्ति कर की वसूली की जा रही है. इसके साथ ही उसने कहा कि हितग्राही को राशन कार्ड देने के साथ ही उससे संपत्ति कर देने के लिए कहा जा रहा है. इसकी वजह ये है कि इस समय सभी लोग पंचायत में आते हैं और टैक्स की वसूली भी हो जाती है. राशन दुकान में किसी का राशन नहीं रोका गया है. सरपंच ने सभी को राशन मिलने की बात कही है.

कोई भी नागरिक भूखा और कुपोषित ना रहे
बता दें कि राज्य सरकार अपने नागरिकों के लिए खाद्यान सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्यान उपलब्ध करने के लिए राशन कार्ड बनवा रही है ताकि कोई भी नागरिक भूखा और कुपोषित न रहे. पास के कुछ स्थानों पर पंचायत अपनी मनमानी कर राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना को नुकसान लगाने पर तुले हैं.

दुर्ग: प्रदेश में सरकार ने खाद्यान्न सुरक्षा अधिनियम के तहत गरीब तबके के लोगों के लिए नया बीपीएल राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया था, जिसके बाद नए सिरे से जिले के भटगांव गांव में राशन कार्ड का निर्माण किया जा रहा है. वहीं ग्रामीणों ने सरपंच, उपसरपंच और सचिव पर आरोप लगाया है कि राशन कार्ड की आड़ में वे ग्रामीणों से जबरन संपत्ति की वसूली कर रहे हैं.

बीपीएल कार्ड बनाने को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप, घेरे में सरपंच

ग्रामीणों का आरोप है कि राशन कार्ड नवीनीकरण के नाम पर ग्राम पंचायत के सरपंच, उपसरपंच और सचिव मिलकर राशन कार्ड देने के एवज में लोगों से संपत्ति कर की वसूली की जा रही है. इस गांव में बीपीएल राशन कार्ड की संख्या 450 से अधिक है और सभी हितग्राहियों से ग्राम पंचायत टैक्स के नाम पर पैसा वसूली की जा रही है.

वसूली की जा रही है सम्पति कर की राशि
ग्रामीणों का कहना है कि राशन कार्ड सरकार की ओर से निशुल्क बनाया जा रहा है, लेकिन सरपंच की ओर से सम्पति कर की राशि वसूल की जा रही है. वहीं जो हितग्राही टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं, उनका राशन कार्ड देने से वे मना कर रहे हैं.

टैक्स की जबरन वसूली की जा रही है
लोगों का आरोप है कि पंचायत द्वारा ग्रामीणों से आगामी टैक्स की जबरन वसूली की है और सरपंच की ओर से राशन दुकान संचालक को निर्देशित किया गया है कि टैक्स की रसीद देखने के बाद ही राशन दें.

राशन कार्ड के नाम पर नहीं की जा रही वसूली : उपसरपंच
वहीं उपसरपंच का कहना है कि राशन कार्ड के नाम पर वसूली नहीं की जा रही बल्कि संपत्ति कर की वसूली की जा रही है. इसके साथ ही उसने कहा कि हितग्राही को राशन कार्ड देने के साथ ही उससे संपत्ति कर देने के लिए कहा जा रहा है. इसकी वजह ये है कि इस समय सभी लोग पंचायत में आते हैं और टैक्स की वसूली भी हो जाती है. राशन दुकान में किसी का राशन नहीं रोका गया है. सरपंच ने सभी को राशन मिलने की बात कही है.

कोई भी नागरिक भूखा और कुपोषित ना रहे
बता दें कि राज्य सरकार अपने नागरिकों के लिए खाद्यान सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्यान उपलब्ध करने के लिए राशन कार्ड बनवा रही है ताकि कोई भी नागरिक भूखा और कुपोषित न रहे. पास के कुछ स्थानों पर पंचायत अपनी मनमानी कर राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना को नुकसान लगाने पर तुले हैं.

Intro:प्रदेश में कांग्रेस की नई सरकार ने खाद्यान्न सुरक्षा अधिनियम के तहत गरीब तबके के लोगो के लिए नए बीपीएल राशन बनाने के निर्देश के बाद नए सिरे से राशन बनाया जा है लेकिन राशन कार्ड के आड़ में ग्राम पंचायत ग्रामीणों ने जबरन संपत्ति कर की वसूली की जा रही है और संपत्ति कर जमा नही करने पर राशन कार्ड भी नही दिया जा रहा है खाद्य अधिकारी ने जिला पंचायत और जनपद पंचायत को पत्र प्रेषित कर कार्यवाही करने का निर्देश दी है ....

Body:दुर्ग जिले मुख्य्यालय से महज 15 किलोमीटर की दुरी में ग्राम पंचायत भटगांव में राशन कार्ड नवनीकरण के नाम पर ग्राम पंचायत के सरपंच,उपसरपंच और सचिव मिलकर राशन कार्ड देने के एवज में लोगो से समाप्ति कर की वसूली की जा रही है इस गाँव में बीपीएल राशन कार्ड की संख्या 450 से अधिक है और सभी हितग्राहियों से ग्रामं पंचायत टैक्स के नाम पर पैसा वसूली की जा रही है ग्रामीणों का कहना है है राशन कार्ड सरकार के द्वारा निशुल्क बनाया जा रहा है लेकिन ग्राम पंचायत सम्पति कर,प्रकाश कर की राशि वसूली किये जा रहे है वही जो हितग्राही टैक्स जमा नही कर रहे है उनका राशन कार्ड देने से मना कर रहे है लोगो का आरोप है कि पंचायत द्वारा ग्रामीणों से आगामी टैक्स की जबरन वसूली की है और सरपंच द्वारा राशन दुकान संचालक को निर्देशित किया गया कि जब तक टैक्स की रसीद देखने के बाद ही राशन दिया जायेगा ..वही उपसरपंच का कहना है कि राशन कार्ड के नाम पर वसूली नही की जा रही बल्कि संपत्ति कर की वसूली की जा रही है राशन कार्ड के वितरण के समय ही रकम वसूली का माध्यम है क्युकी इस समय सभी लोगो पंचायत में आते है और टैक्स की वसूली भी हो जाता है राशन दुकान में किसी का राशन नही रोक गया है सभी को राशन मिलने की बात कही है ।
राशन कार्ड नवीनकरण के खाद्य विभाग द्वारा पूर्व में नही निर्देशित किया गया है राशन कार्ड के नाम पर किसी प्रकार का अन्य टैक्स न ले सरकार द्वारा राशन कार्ड निशुल्क बनाया जा रहा है ग्राम पंचायत भटगांव की शिकायत मिली है कि राशन कार्ड देने के एवज में टैक्स की वसूली की जा रही है जिला पंचायत और जनपद पंचायत को कलेक्टर कार्यालय एक पत्र प्रषित कर इस प्रकार की टैक्स वसूली को बंद करने और टैक्स वसूली करने वालो पर कार्यवाही की अनुशंसा की है ।Conclusion: राज्य सरकार अपने नागरिको के लिए खाद्यान सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्यान उपलब्ध करने के लिए राशन कार्ड बनवा रही है ताकि कोई भी नागरिको भूख और कुपोषित न रहे पास कुछ स्थानों पर पंचायत अपनी मनमानी कर राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना को पलीता लगाने पर तुले है अगर यही हाल रहा तो कही ऐसा न हो कि पंचायत की मनमानी क चलते कोई गरीब अपात्र हो जाये और अपने अधिकार से वंचित होकर खाद्यान्न की वजह से भूख की मार झेलता फिरे ...

बाईट_ऋषि टंडन,ग्रामीण ( सफ़ेद शर्ट में)

बाईट_ यीशु साहू,उपसरपंच,ग्राम पंचायत भटगांव (चेक शर्ट में )

बाईट_भूपेन्द्र मिश्रा,खाद्य नियंत्रक,दुर्ग (सफ़ेद शर्ट और कुर्सी में बैठा )

कोमेन्द्र सोनकर,दुर्ग
Last Updated : Sep 22, 2019, 4:17 PM IST
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