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राजनांदगांव से दुर्ग पहुंचा रॉयल बंगाल टायगर - tiger reaches fort from Rajnandgaon

रॉयल बंगाल टायगर अब राजनंदगांव, बालोद के बाद अब दुर्ग जिले में अपनी दस्तक दे दी है. जिसके कारण इन स्थानों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है.

Royal Bengal tiger reaches fort from Rajnandgaon
बाघ ने गाय को बनाया शिकार
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Published : Jan 4, 2020, 2:56 PM IST

Updated : Jan 4, 2020, 3:27 PM IST

दुर्ग: राजनंदगांव, बालोद के बाद अब दुर्ग जिले में भी रॉयल बंगाल टायगर (बाघ) ने अपनी दस्तक दे दी है. इसी के साथ वन विभाग अमला और पुलिस के साथ जिला प्रशासन हरकत में है. दुर्ग, बालोद और राजनंदगांव जिले के बॉर्डर पर सभी गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.

बाघ ने गाय को बनाया शिकार

बाघ इन तीनों जिलों के बॉर्डर के किसी भी गांव में पहुंच सकता है. शनिवार को बाघ के पहुंचने की जानकारी तब मिली जब दुर्ग जिले के अंडा थाना क्षेत्र के अछोटी ग्राम पंचायत में गांव से कुछ दूरी पर खेत के मेड़ के नीचे एक गाय का शव मिला. पहले तो लोगों ने गाय की सामान्य मौत मानकर ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब पास से देखा तो लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई. गाय के गले में बाघ के दांतों और पंजों के खरोच से हुए जख्म से खून दिख रहा था.

खेतों में मिला पैरों के निशान
वहीं आसपास के खेतों में बाघ के पैरों के निशान भी साफ देखा गया है. ग्रामीणों से जानकारी लेकर सरपंच ने इसकी सूचना वन विभाग और पुलिस को दी. इसके बाद वन विभाग के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी गांव पहुंच गए हैं. पंचायत भवन से महज आधा किलोमीटर दूर सुनसान खेत में गाय के शव के करीब से वन विभाग ने बाघ के पैरों के निशान के सबूत इकट्ठे करने शुरू कर दिए हैं. बताया जा रहा है, पास में एक टहनी में बाघ के बाल के कुछ टुकड़े भी मिले हैं.

ग्रामीणों को दूर रहने की हिदायत
फिलहाल ग्रामीणों को घटना स्थल से 200 मीटर दूर रहने की हिदायत दी गई है. वन विभाग ने आधिकारिक पुष्टि न करते हुए इस बात की सीधी जानकारी दी है कि गाय की मौत बाघ के हमले से ही हुई है, क्योंकि गले में गहरे चोट के निशान मिले हैं, वह बाघ के दांतों के ही हैं. अधिकारियों ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि किसी भी हाल में अगर बाघ के होने की कोई जानकारी मिले तो तत्काल पुलिस या वन विभाग को इसकी सूचना दें, ताकि आम लोग को कोई नुकसान न हो.

पढ़ें- कोरिया: 291 किलो गांजा के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार

मनगट्टा में देखा गया था बाघ
बताया जा रहा है, यहीं बाघ 28 दिसंबर को राजनंदगांव जिले के मनगट्टा में देखा गया था, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था. इसके बाद इस बाघ को बालोद जिला के देवरी में होने के सबूत मिले थे. अब इसके दुर्ग जिले के अछोटी गांव में होने की आशंका जताई जा रही है.

दुर्ग: राजनंदगांव, बालोद के बाद अब दुर्ग जिले में भी रॉयल बंगाल टायगर (बाघ) ने अपनी दस्तक दे दी है. इसी के साथ वन विभाग अमला और पुलिस के साथ जिला प्रशासन हरकत में है. दुर्ग, बालोद और राजनंदगांव जिले के बॉर्डर पर सभी गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.

बाघ ने गाय को बनाया शिकार

बाघ इन तीनों जिलों के बॉर्डर के किसी भी गांव में पहुंच सकता है. शनिवार को बाघ के पहुंचने की जानकारी तब मिली जब दुर्ग जिले के अंडा थाना क्षेत्र के अछोटी ग्राम पंचायत में गांव से कुछ दूरी पर खेत के मेड़ के नीचे एक गाय का शव मिला. पहले तो लोगों ने गाय की सामान्य मौत मानकर ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब पास से देखा तो लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई. गाय के गले में बाघ के दांतों और पंजों के खरोच से हुए जख्म से खून दिख रहा था.

खेतों में मिला पैरों के निशान
वहीं आसपास के खेतों में बाघ के पैरों के निशान भी साफ देखा गया है. ग्रामीणों से जानकारी लेकर सरपंच ने इसकी सूचना वन विभाग और पुलिस को दी. इसके बाद वन विभाग के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी गांव पहुंच गए हैं. पंचायत भवन से महज आधा किलोमीटर दूर सुनसान खेत में गाय के शव के करीब से वन विभाग ने बाघ के पैरों के निशान के सबूत इकट्ठे करने शुरू कर दिए हैं. बताया जा रहा है, पास में एक टहनी में बाघ के बाल के कुछ टुकड़े भी मिले हैं.

ग्रामीणों को दूर रहने की हिदायत
फिलहाल ग्रामीणों को घटना स्थल से 200 मीटर दूर रहने की हिदायत दी गई है. वन विभाग ने आधिकारिक पुष्टि न करते हुए इस बात की सीधी जानकारी दी है कि गाय की मौत बाघ के हमले से ही हुई है, क्योंकि गले में गहरे चोट के निशान मिले हैं, वह बाघ के दांतों के ही हैं. अधिकारियों ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि किसी भी हाल में अगर बाघ के होने की कोई जानकारी मिले तो तत्काल पुलिस या वन विभाग को इसकी सूचना दें, ताकि आम लोग को कोई नुकसान न हो.

पढ़ें- कोरिया: 291 किलो गांजा के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार

मनगट्टा में देखा गया था बाघ
बताया जा रहा है, यहीं बाघ 28 दिसंबर को राजनंदगांव जिले के मनगट्टा में देखा गया था, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था. इसके बाद इस बाघ को बालोद जिला के देवरी में होने के सबूत मिले थे. अब इसके दुर्ग जिले के अछोटी गांव में होने की आशंका जताई जा रही है.

Intro:राजनंदगांव,बालोद के बाद अब दुर्ग जिले में भी रॉयल बंगाल टायगर (बाघ) ने अपनी दस्तक दे दी है लेकिन यहां बाघ के द्वारा पहली बार शिकार किये जाने की पुष्टि हुई है जिससे वन विभाग का तमाम अमला पुलिस सहित जिला प्रशासन हरकत में आ गया है दुर्ग,बालोद और राजनंदगांव जिले के बॉर्डर के लगभग सभी गांव में अलर्ट जारी किया गया है

Body:बाघ इन तीनो जिलों के बॉर्डर के किसी भी गाँव में पहुच सकता है आज बाघ के पहुचने की जानकारी तब मिली जब दुर्ग जिले के अंडा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत अछोटी में गाँव से कुछ दूरी पर खेत के मेड के नीचे एक गाय का शव मिला पहले तो लोगो ने गाय का सामान्य मौत मानकर ध्यान नही दिया लेकिन जब पास से देखा गया तो लोगो की आंखे फटी की फटी रह गई..गाय के गले मे बाघ के दांतों और पंजो के खरोच से हुए जख्म से खून बहता दिख रहा था वही आसपास के खेत पर पद चिन्ह के निशान भी साफ देखने से ग्रामीणों को पुख्ता हो गया कि यह किसी और का नही बल्कि बाघ द्वारा हमला है ग्रामीणों से जानकारी सरपंच के पास पहुची सरपंच ने वन विभाग और पुलिस को सुचाना दी..वन विभाग को सूचना मिलते ही कुछ ही घंटों में तमाम जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन का अमला गाव पहुच गई पंचायत भवन से महज आधा किलोमीटर दूर सुनसान खेत मे गाय के शव के करीब से वन विभाग ने बाघ के सबूत इकट्ठे करने शुरू किए जिसमे पद चिन्ह के निशान,गाय के शव में दांतो के निशान तो वही एक टहनी में बाघ के बाल के टुकड़े भी मिले जिससे यह साफ हो गया था बाघ के हमले से ही गाय की मौत हुई और वह कही आसपास होने की आशंका है



Conclusion:गाँव के ग्रामीणों को घटना स्थल से 200 मीटर दूर रहने की हिदायत दी है तो वही ग्रामीणों को घर के अंदर रहने के सख्त निर्देश दिए गए है ताकि किसी को कोई अप्रिय घटना घटी न वन विभाग ने आधिकारिक पुष्टि न करते हुए इस बात की सीधी जानकारी दी है कि गाय की मौत बाघ के हमले से ही हुई है क्योंकि गले में गहरा चोट के निशान मिले है वह बाघ के दांतों के ही है अधिकारियों ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि किसी भी हालत में अगर बाघ के होने की कोई जानकारी मिली तत्काल पुलिस या वन विभाग को सुचाना देवे ताकि आम नागरिको को और बाघ को भी कोई नुकसान न पहुचे....ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह वही बाघ है जो सबसे पहले 28 दिसम्बर को राजनंदगांव जिले के मनगट्टा में देखा गया था जिसका वीडियो वायरल हुआ था उसके बाद इस बाघ के बालोद जिला के देवरी में होने के सबूत मिले थे अब यह दुर्ग जिला के ग्राम अछोटी में होने के आशंका जताई जा रही है,वन विभाग ने बाघ के खेत मे मिले पद चिन्ह के निशान पर प्रिंट निकालने पेस्ट डालकर छोड़ा गया है और सुबह बाघ की तलाश में साथ ही अन्य सबूत इकट्ठे करने में मदद मिलेगी ..वन विभाग की टीम आज बाघ को पकड़ने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाई जा सकती जिसके लिए एक्सपर्ट डॉक्टर के साथ ट्रेकु लाइजर की टीम को भी बुलाया गया है फिलहाल इस घटना की जानकारी होने के बाद से ग्राम अछोटी में नदी किनारे बसे इट भट्टा के कर्मचारियों को भी सुरक्षरित स्थान तक लाया गया ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके..



बाईट:-घनश्याम दिल्लीवार, ग्रामीण,अछोटी(चश्मा लगाया हुआ)

बाईट:-शालिनी रैना,CCF, वन विभाग,दुर्ग रेंज(लाल जैकेट में)

कोमेन्द्र सोनकर, दुर्ग
Last Updated : Jan 4, 2020, 3:27 PM IST
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