दुर्ग: राजनंदगांव, बालोद के बाद अब दुर्ग जिले में भी रॉयल बंगाल टायगर (बाघ) ने अपनी दस्तक दे दी है. इसी के साथ वन विभाग अमला और पुलिस के साथ जिला प्रशासन हरकत में है. दुर्ग, बालोद और राजनंदगांव जिले के बॉर्डर पर सभी गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
बाघ इन तीनों जिलों के बॉर्डर के किसी भी गांव में पहुंच सकता है. शनिवार को बाघ के पहुंचने की जानकारी तब मिली जब दुर्ग जिले के अंडा थाना क्षेत्र के अछोटी ग्राम पंचायत में गांव से कुछ दूरी पर खेत के मेड़ के नीचे एक गाय का शव मिला. पहले तो लोगों ने गाय की सामान्य मौत मानकर ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब पास से देखा तो लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई. गाय के गले में बाघ के दांतों और पंजों के खरोच से हुए जख्म से खून दिख रहा था.
खेतों में मिला पैरों के निशान
वहीं आसपास के खेतों में बाघ के पैरों के निशान भी साफ देखा गया है. ग्रामीणों से जानकारी लेकर सरपंच ने इसकी सूचना वन विभाग और पुलिस को दी. इसके बाद वन विभाग के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी गांव पहुंच गए हैं. पंचायत भवन से महज आधा किलोमीटर दूर सुनसान खेत में गाय के शव के करीब से वन विभाग ने बाघ के पैरों के निशान के सबूत इकट्ठे करने शुरू कर दिए हैं. बताया जा रहा है, पास में एक टहनी में बाघ के बाल के कुछ टुकड़े भी मिले हैं.
ग्रामीणों को दूर रहने की हिदायत
फिलहाल ग्रामीणों को घटना स्थल से 200 मीटर दूर रहने की हिदायत दी गई है. वन विभाग ने आधिकारिक पुष्टि न करते हुए इस बात की सीधी जानकारी दी है कि गाय की मौत बाघ के हमले से ही हुई है, क्योंकि गले में गहरे चोट के निशान मिले हैं, वह बाघ के दांतों के ही हैं. अधिकारियों ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि किसी भी हाल में अगर बाघ के होने की कोई जानकारी मिले तो तत्काल पुलिस या वन विभाग को इसकी सूचना दें, ताकि आम लोग को कोई नुकसान न हो.
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मनगट्टा में देखा गया था बाघ
बताया जा रहा है, यहीं बाघ 28 दिसंबर को राजनंदगांव जिले के मनगट्टा में देखा गया था, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था. इसके बाद इस बाघ को बालोद जिला के देवरी में होने के सबूत मिले थे. अब इसके दुर्ग जिले के अछोटी गांव में होने की आशंका जताई जा रही है.