भिलाई/दुर्ग: Turtle smuggling in Durg दुर्ग की नेवई थाना पुलिस ने कछुआ तस्करी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास दुर्लभ प्रजाति के कछुआ और एक तवेरा गाड़ी बरामद किया है. पुलिस को आंशका है कि दीपावली की रात जंगल में धनवर्षा भ्रतियों को लेकर कछुआ की तस्करी की जा रही थी. पुलिस ने कछुआ को वन विभाग को सौंप दिया है.Rare species of tortoise smuggled in Durg
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नागपुर से धमतरी के लिए हो रही थी कछुआ तस्करी: नेवई थाना प्रभारी ममता अली शर्मा ने बताया कि "मैत्री गार्डन के पास एक तवेरा गाड़ी कुछ लोगों खड़े थे. जो संदिग्ध दिख रहे थे. इसकी आशंका होने पर गाड़ी की तलाशी ली गई. गाड़ी के अंदर एक बड़े बर्तन में दुर्लभ प्रजाति का कछुआ मिला. जिसके बाद सभी को थाने ले जाकर पूछताछ की गई. नागपुर से धमतरी के बीच कछुआ तस्करी हो रही थी.
तस्कर ने बताया कि इस दुर्लभ प्रजाति के कछुआ को महाराष्ट्र नागपुर से धमतरी लेकर जा रहे है. पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमे कमलेश यादव निवासी भिलाई, देवीदास मेश्राम खपरागढ़ नागपुर,मनीष कौशिक मिनीमाता नगर नागपुर, ओमप्रकाश वैष्णव नागपुर और श्रीराम आसेकर नागपुर शामिल हैं. पुलिस ने इनके पास से इंडियन फ्लैप सेल टर्टल प्रजाति का कछुआ और 10 हजार रुपए नकद समेत तवेरा गाड़ी को बरामद किया है.
कछुआ की बलि देने की बात भी आ रही सामने: पुलिस ने आरोपियों से बरामद किए दुर्लभ प्रजाति के कछुआ को लेकर जांच की. इसमें खुलासा हुआ की कछुआ की तस्करी तंत्र मंत्र या बलि देने के लिए की जाती है. जब्त कछुआ का उपयोग तंत्र मंत्र के लिए किया जाता है. कछुआ की कीमत 1 से 3 लाख तक है इस कछुए का उपयोग धनतेरस और दीपावली की रात बलि देने के लिए भी किया जाता है. इस दुर्लभ प्रजाति के कछुआ की तस्करी करना प्रतिबंधित है.