दुर्ग: गुटों में बंट चुकी बीजेपी की लड़ाई अब सड़क पर आ चुकी है. भिलाई के जाने माने चर्म रोग विशेषज्ञ और आरएसएस के नेता डॉ. दीप चटर्जी के घर भाजपा के ही कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया. जिसके बाद संघ कार्यकर्ता गुस्से में आ गए. बीजेपी का एक धड़ा सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा और राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
देश में सबसे अनुशासित पार्टी का दावा करने वाली बीजेपी का अनुशासन आज तार-तार हो गया. जब अपनी ही पार्टी की कद्दावर नेता राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के खिलाफ नारे लगे. नारे लगाने वालों में कोई और नहीं बीजेपी कार्यकर्ता ही हैं. राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का अब जमकर विरोध हो रहा है.
दरअसल 2 दिन पहले ही बीजेपी के जिला अध्यक्ष ने अपनी कार्यकरणी घोषित की. जिसमे राजयसभा सांसद सरोज पांडेय के समर्थकों को तवज्जो दी गई. जिसके बाद तो मानो बवाल शुरू हो गया.
सोशल मीडिया में पोस्ट को लेकर विवाद
भाजपा नेता और आरएसएस के लीडर डॉ. दीप चटर्जी ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा, जिसके बाद उनके घर में तोड़फोड़ हो गई. यह आरोप डॉ. दीप चटर्जी ने सीधे अपनी ही पार्टी के भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया है. दीप चटर्जी का आरोप है कि सरोज पांडेय की भाभी चारूलता पांडेय ने अपने समर्थकों के साथ उनके घर में तोड़ फोड़ की है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सुरक्षा में सेंध! स्टेट हैंगर में हुआ वेडिंग फोटोशूट
पोस्ट पर भड़कीं सरोज पांडेय की भाभी
डॉ. दीप चटर्जी ने बीते शनिवार को फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा था. जिसमें उन्होंने लिखा है कि भाजपा में चंदे को चंदा नहीं समर्पण निधि कहा जाता है. चंदा तो शाही दहशरा वाले लोग लेते हैं. राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय की भाभी चारुलता पांडे हर साल शाही दशहरे का आयोजन करती हैं. जिसमें चंदा वसूला जाता है. डॉ. दीप ने फेसबुक के जरिए अपने द्वारा दिया गया चंदा भी वापस मांगा.
दीप चटर्जी ने वापस मांगा चंदा
डॉ. दीप चटर्जी ने कहा कि 2 साल पहले उन्होंने बीजेपी कार्यालय बनाने के लिए 50 हजार का चंदा दिया था. उसे भी उन्होंने वापस मांगा है. चंदे को लेकर दीप चटर्जी ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी की थी.
चारुलता ने नहीं उठाया फोन
राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय की भाभी चारुलता से जब संपर्क साधने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. ETV भारत की टीम उनके घर भी पहुंची, लेकिन उन्होंने मीडिया से रूबरू होने से इनकार कर दिया.
विवाद के पीछे की यह भी एक वजह
हाल ही में जिला भाजपा अध्यक्ष विरेंद्र साहू ने अपनी कार्यकारिणी का ऐलान किया. इसमें एक गुट के नेताओं को रखा गया है. इसके बाद से सोशल मीडिया में लगातार दूसरा खेमा इस ग्रुप के खिलाफ एक्टिव था. इसमें डाॅ. दीप चटर्जी प्रमुख थे. जो लगातार अपने फेसबुक पर लिख रहे थे. उन्होंने जो साेशल मीडिया में लिखा है उसमें शाही दशहरा के चंदे का जिक्र है. बताया जाता है कि इसके बाद बवाल बढ़ा.