दुर्ग : लोगों पर जानलेवा हमला करने वाले बंदर अब गिरफ्त में हैं. इन उत्पाती बंदरों ने शहर में कई लोगों को अपना शिकार बनाया. अपने पैने दांतों से बंदरों ने कई लोगों को घायल किया है.बंदरों के आतंक से परेशान होकर कसारीडीही वार्ड के नागरिकों ने वन विभाग को सूचना दी थी. इसके बाद बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने पांच दिनों तक मेहनत की.Preparations to release malevolent monkeys of durg
तीन बंदरों को पकड़ा : वन विभाग की टीम ने तीनों बंदरों का रेस्क्यू कर लिया हैं. वन विभाग के वनमण्डल अधिकारी शशिकुमार ने बताया कि '' दीपावली के समय कुछ शरारती तत्वों ने बंदरो के झुंड पर पटाखे की लड़ी फेंक दी थी. उसी से परेशान होकर तीन बंदर झुंड से भटक गये. इसके बाद उनके व्यवहार में भी परिवर्तन आने लगा. झुंड से बिखरे बंदर आक्रमक होकर लोगों को काटने लगे.
वनमण्डल अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में बंदरों का झुंड शहर में ही है. शहर के लोगों से उनकी अपील भी है कि बेवजह इन वन्यजीवों के साथ छेड़खानी न करे. क्योकि छेड़खानी करने के बाद ही वे हिंसक होकर प्रतिक्रिया करते हैं.
कहां छोड़े जाएंगे बंदर : दुर्ग शहर में अचानक से बंदरों के हिंसक होने से लोगों में भी दहशत छाया हुआ था. लेकिन अब झुंड से अलग हुये बंदरों को वन विभाग ने पकड़ लिया है. जिन्हें बाघनदी के जंगलों में छोड़ने की तैयारी की जा रही है.
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