रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस बार बार कह रही है कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह के दुर्ग दौरे से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. हाल ही में सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया था कि वे अपनी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं तो करें कोई दिक्कत नहीं हैं. सीएम भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बात करते हुए मजाकिया लहजे में ये भी कहा कि अमित शाह, सरोज पांडे का जन्मदिन मनाने आ रहे हैं. यानी अमित शाह के दुर्ग दौरे के बावजूद कांग्रेस कॉन्फिडेंट हैं. लेकिन कांग्रेस का ये कॉन्फिडेंस कही उस पर ही भारी ना पड़ जाए. क्योंकि 2018 में दुर्ग संभाग में 17 विधानसभा सीटों पर कब्जा करने वाली कांग्रेस, 2019 के लोकसभा चुनावों में संभाग से एक भी सीट हासिल नहीं कर पाई थी. पहले जान लेते हैं दुर्ग संभाग में कांग्रेस और भाजपा का चुनावी समीकरण.
दुर्ग संभाग में विधानसभा सीटें: दुर्ग संभाग में 20 विधानसभा सीट है. साल 2018 में कांग्रेस ने 20 विधानसभा सीट में से 17 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं खैरागढ़ उपचुनाव जीतकर कांग्रेस ने यह आंकड़ा 18 कर लिया. यानी भूपेश बघेल के प्रभाव वाले दुर्ग संभाग में कांग्रेस के पास 18 सीटें हैं जबकि भाजपा के पास सिर्फ 2 सीट है. इनमें राजनांदगांव सीट पूर्व सीएम रमन सिंह के पास है और वैशाली नगर सीट विद्यारतन भसीन ने जीता है. राजनांदगांव विधानसभा सीट पर कब्जा जमाए रखने के लिए रमन सिंह जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. आए दिन वे सामाजिक सम्मेलन में अपनी उपस्थिति दर्ज करते नजर आ रहे हैं.
दुर्ग संभाग में लोकसभा सीटें: दुर्ग संभाग में दो लोकसभा सीटें है. पहली दुर्ग और दूसरी राजनांदगांव. साल 2019 के लोकसभा चुनावों में दोनों ही सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमाया. दुर्ग से विजय बघेल यहां के सांसद बने तो राजनांदगांव से संतोष पांडेय ने जीत दर्ज की.
अमित शाह के दौरे से भाजपाइयों में उत्साह: अमित शाह दुर्ग में कांग्रेस का किला भेदने छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं. वे महासंपर्क अभियान के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भी भरेंगे. लिहाजा भाजपा कार्यकर्ता काफी उत्साहित है. भाजपा नेताओं का कहना है कि अमित शाह जहां भी जाते हैं वहां जीत ही दर्ज होती है.
अमित शाह के दौरे से कांग्रेस को लाभ: इधर कांग्रेस का कहना है कि अमित शाह का दुर्ग दौरा कांग्रेस के लिए भी काफी लकी है. साल 2018 में चरोदा में उन्होंने 65 प्लस का नारा दिया था, उनके नारे के कारण ही कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 68 सीटों पर जीत दर्जकर सरकार बनाई.