दुर्ग: भिलाई के सुपेला पुलिस ने कॉन्ट्रेक्टर कॉलोनी से 2 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. जिन नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से महिला बीते 4 साल से अपनी पहचान छिपाकर यहां रह रही थी. साथ ही कुछ महीनों पहले बांग्लादेश से भिलाई आए महिला के एक भाई को भी गिरफ्तार किया है, जबकि महिला के पति की तलाश की जा रही है.
सुपेला थाना प्रभारी गोपाल वैश्य ने बताया कि बांग्लादेशी महिला रसीदा बेगम बांग्लादेश से वैध पासपोर्ट और वीजा लेकर साल 2016 में कोलकाता आई थी, जहां उसकी पहचान विमल कुमार दास से हुई, जो पश्चिम बंगाल का रहने वाला है. ये दोनों एक साथ सुपेला कॉन्ट्रेक्टर कॉलोनी में आकर रहने लगे.
फर्जी तरीके से दस्तावेज बनवाया
रसीदा बेगम ने खुद के बांग्लादेशी होने की बात छिपाई. इस कार्य में विमल कुमार दास ने उसका साथ दिया और रसीदा को भारतीय दिखाने के लिए फर्जी तरीके से दस्तावेज बनवा लिए.
रसीदा के भाई ने थाने में दी जानकारी
7 जनवरी को रसीदा बेगम की बुआ का लड़का मोहम्मद रशैलसे भिलाई आया था. जो बांग्लादेश का रहने वाला है. जिसकी उम्र 34 साल है. वो भी कॉन्ट्रेक्टर कॉलोनी सुपेला आया और कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन की वजह से वो वापस नहीं जा सका. जिसके बाद सुपेला थाने में खुद के बांग्लादेश से आने की जानकारी उसने दी.
पूछताछ के दौरान हुआ खुलासा
थाने में पूछताछ के दौरान रसीदा बेगम उर्फ रखी दास के बांग्लादेशी होने का पता चला और विमल दास ने रसीदा बेगम के विदेशी होने की जानकारी छिपाने और फर्जी दस्तावेज तैयार करने की बात भी उजागर हो गई.
भाई-बहन को भेजा गया जेल
सुपेला पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कई धारा के तहत अपराध पंजीबद्ध कर रसीदा बेगम और रशैलसे को गिरफ्तार कर रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. वहीं पुलिस रसीदा बेगम के पति आरोपी विमल कुमार दास की तलाश कर रही है.