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डेंगू के बाद अब दुर्ग-भिलाई में स्वाइन फ्लू का कहर, जानिए ये चौंकाने वाले आंकड़े

दुर्ग: जिले में स्वाइन फ्लू का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. जिले में स्वाइन फ्लू धीरे-धीरे अपना पैर पसार रहा है. अब तक 2 की मौत इस बीमारी की वजह से हो चुकी है. वहीं 32 से अधिक मरीज स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से अपना इलाज अस्पताल में करा रहे हैं.

स्वाइन फ्लु
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Published : Feb 22, 2019, 1:02 PM IST

संभाग के 5 जिलों के मरीज अपना इलाज कराने दुर्ग-भिलाई के शासकीय और निजी अस्पतालों में आते है. स्वाइन फ्लू का कहर सबसे ज्यादा दुर्ग जिले में बरपा है. यहां साल 2017 में स्वाइन फ्लू से 19 लोगों की मौत हुई थी. वहीं साल 2018 में डेंगू से 50 से भी ज्यादा मौतें हुई है. इस पीड़ा से दुर्ग जिला अभी उभर नहीं पाया है कि यह जिला अब स्वाइन फ्लू की चपेट में आ गया है.

वीडियो

19 लोगों की हो चुकी है मौत
साल 2017 में जिला दुर्ग, बालोद और बेमेतरा सहित इलाज के दौरान कुल 19 मरीजों की मौत दुर्ग भिलाई के विभिन्न अस्पतालों में हुई थी. वहीं कुल 150 से अधिक संदिग्ध मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चला था, जिसमें से 58 मरीजों का टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आया था. इलाज के लिए संभाग के सभी जिलों के मरीज दुर्ग भिलाई के अस्पतालों में भर्ती थे, जिसमें से 19 की मौत हो गई थी. इसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया था.

स्वाइन फ्लू की वजह से हुई 2 मरीज की मौत की पुष्टि
बता दें कि खतरनाक वायरस से मौत के मामलों में दुर्ग जिला प्रदेश में अव्वल रहा है. अब साल 2019 के शुरुआती महीनों में ही स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग के होश उड़े हुए है. जिले में अब तक इस साल 2 मरीज की मौत स्वाइन फ्लू की वजह से होने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 1 संदिग्ध की मौत हो चुकी है.

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स्वाइन फ्लू से से हुई मौत का आंकड़ा

  • भिलाई सेक्टर 6 के रहने वाले 58 वर्षीय राजप्रसाद गुप्ता की मौत 19 जनवरी को भिलाई के बी एम शाह अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी. राजप्रसाद का इलाज बी एम शाह में 10 जनवरी से चल रहा था, जिनके सेम्पल की रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू का पॉजिटिव होना पाया गया था.
  • शकुन साहू सुपेला की रहने वाली थी, जिसकी मौत 19 फ़रवरी को बीएम शाह अस्पताल में हुई थी.
  • DGM की बेटी रोशनी दुर्ग की रहने वाली थी, जिसका इलाज सेक्टर 9 में चल रहा था. इस दौरान 20 फरवरी को उसकी मौत हो गई.

इस साल 32 संदिग्ध मरीजों का इलाज जिले के विभिन्न अस्पताल में किया गया था, जिनमें से 5 को स्वाइन फ्लू पॉजिटिव होना पाया गया था. हाल ही में भिलाई के सेक्टर 9 अस्पताल में 5 मरीजों का इलाज स्वाइन के संदिग्धों के रूप में किया जा रहा है.

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संभाग के 5 जिलों के मरीज अपना इलाज कराने दुर्ग-भिलाई के शासकीय और निजी अस्पतालों में आते है. स्वाइन फ्लू का कहर सबसे ज्यादा दुर्ग जिले में बरपा है. यहां साल 2017 में स्वाइन फ्लू से 19 लोगों की मौत हुई थी. वहीं साल 2018 में डेंगू से 50 से भी ज्यादा मौतें हुई है. इस पीड़ा से दुर्ग जिला अभी उभर नहीं पाया है कि यह जिला अब स्वाइन फ्लू की चपेट में आ गया है.

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19 लोगों की हो चुकी है मौत
साल 2017 में जिला दुर्ग, बालोद और बेमेतरा सहित इलाज के दौरान कुल 19 मरीजों की मौत दुर्ग भिलाई के विभिन्न अस्पतालों में हुई थी. वहीं कुल 150 से अधिक संदिग्ध मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चला था, जिसमें से 58 मरीजों का टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आया था. इलाज के लिए संभाग के सभी जिलों के मरीज दुर्ग भिलाई के अस्पतालों में भर्ती थे, जिसमें से 19 की मौत हो गई थी. इसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया था.

स्वाइन फ्लू की वजह से हुई 2 मरीज की मौत की पुष्टि
बता दें कि खतरनाक वायरस से मौत के मामलों में दुर्ग जिला प्रदेश में अव्वल रहा है. अब साल 2019 के शुरुआती महीनों में ही स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग के होश उड़े हुए है. जिले में अब तक इस साल 2 मरीज की मौत स्वाइन फ्लू की वजह से होने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 1 संदिग्ध की मौत हो चुकी है.

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स्वाइन फ्लू से से हुई मौत का आंकड़ा

  • भिलाई सेक्टर 6 के रहने वाले 58 वर्षीय राजप्रसाद गुप्ता की मौत 19 जनवरी को भिलाई के बी एम शाह अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी. राजप्रसाद का इलाज बी एम शाह में 10 जनवरी से चल रहा था, जिनके सेम्पल की रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू का पॉजिटिव होना पाया गया था.
  • शकुन साहू सुपेला की रहने वाली थी, जिसकी मौत 19 फ़रवरी को बीएम शाह अस्पताल में हुई थी.
  • DGM की बेटी रोशनी दुर्ग की रहने वाली थी, जिसका इलाज सेक्टर 9 में चल रहा था. इस दौरान 20 फरवरी को उसकी मौत हो गई.

इस साल 32 संदिग्ध मरीजों का इलाज जिले के विभिन्न अस्पताल में किया गया था, जिनमें से 5 को स्वाइन फ्लू पॉजिटिव होना पाया गया था. हाल ही में भिलाई के सेक्टर 9 अस्पताल में 5 मरीजों का इलाज स्वाइन के संदिग्धों के रूप में किया जा रहा है.

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स्वाइन फ्लू


एंकर_दुर्ग जिले में पिछले कुछ वर्षो से जानलेवा वायरस की चपेट से सहमा हुआ है वर्ष 2018 जिले के लिए काला वर्ष के रूप में इतिहास में जाना जाएगा जहा 50 से अधिक लोगो की मौत खतरनाक वायरस डेंगू की वजह से हुई थी.....2017 में स्वाइन फ्लू ने बरपाया था इस वर्ष 19 लोगो की मौत स्वाइन फ्लू से हुई थी अब फिर वर्ष 2019 में स्वाइन फ्लू जिले में पैर पसार रहा है इस वर्ष 2 लोगो की मौत स्वाइन फ्लू से हुई वाही 1 संदिग्ध की मौत हो चुकी है वही अब भी 32 से अधिक संदिग्ध मरीज स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से अपना इलाज करा रहे है,, जिले के स्वास्थ्य विभाग इस खतरनाक वायरस से लड़ने अपने अमले जुटी हुई है ,,,

 

वी ओ- संभाग के सभी 5 जिलो के मरीज अपना इलाज कराने दुर्ग भिलाई के शासकीय और निजी अस्पतालों में ही आते है और इसी दुर्ग में बरपा पड़ा है स्वाइन फ्लू,,,जी हा दुर्ग जिला 2017 में स्वाइन फ्लू में 19 लोगो की मौत और 2018 में डेंगू से 50 से अधिक मौत के बाद अब तक उस पीढ़ा से नहीं उभर पाया इधर फिर से दुर्ग जिला स्वाइन फ्लू की चपेट में आ गया,,,वर्ष 2017 में दुर्ग जिले के 11 और बालोद सहित बेमेतरा जिले के 8 मरीज कुल मिलाकर 19 मरीजो की मौत दुर्ग भिलाई के विभिन्न स्पतालों में इलाज के दौरान मौत हुई थी,,,वही कुल 150 से अधिक संदिग्ध मरीजो का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चला था जिसमे से 58 मरीजो का टेस्ट रिपोर्ट पाजिटिव आया था,इलाज के लिए संभाग के सभी जिलो के मरीज दुर्ग भिलाई के अस्पतालों में भर्ती थे जिनमे से 19 की मौत के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया था,,,खतरनाक वायरस से मौत के मामलो में दुर्ग जिला प्रदेश में अव्वल रहा है,,,अब फिर वर्ष 2019 के शुरुवाती महीनो में ही स्वाइन फ्लू के संदिग्द्ध मरीजो के मिलने से स्वास्थ्य विभाग के होश उड़े हुए है,,जिले में अब तक इस वर्ष 2 मरीज की मौत स्वाइन फ्लू से होने की पुष्टि हो चुकी है ,,,जबकि 1 संदिग्ध की मौत हो चुकी है स्वाइन फ्लू से भिलाई सेक्टर 6 के रहने वाले 58 वर्षीय राजप्रसाद गुप्ता की मौत 19 जनवरी को भिलाई के बी एम् शाह अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी,,,राजप्रसाद का इलाज बी एम् शाह में 10 जनवरी से चल रहा था जिनके सेम्पल की रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू का पाजिटिव होना पाया गया था,,,,वही शकुन साहू सुपेला की रहने वाली की मौत 19 फ़रवरी को बीएम शाह आस्पताल में मौत हो गई ...जिले में इस वर्ष 32 संदिग्ध मरीजो का इलाज जिले के विभिन्न अस्पताल में किया गया था जिनमे से 5 को स्वाइन फ्लू पाजिटिव होना पाया गया था ,,,हाल ही में भिलाई के सेक्टर 9 अस्पताल में 5 मरीजो का इलाज स्वाइन के संदिग्धो के रूप में किया जा रहा है ....

 

बाईट_गंभीर सिंह ठाकुर,मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी,दुर्ग

 

 

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