दुर्ग : चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के छात्रों और परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एमबीबीएस स्टूडेंटस के पालक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
बता दें कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज की मान्यता खत्म कर दी थी, जिससे वहां के छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. छात्रों का कहना है कॉलेज में पर्याप्त शिक्षक नहीं है और न ही पर्याप्त क्लास रूम की व्यवस्था है. इसके चलते छात्र-छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण उनके एकेडमिक सेशन पूरी तरह से बर्बाद हो रहे हैं.
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मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने पहले ही कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी थी, जिस कारण कॉलेज से एमबीबीएस के पासआउट विद्यार्थी पीजी नीट में भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं. इसके लिए यहां के छात्र पहले ही उच्च न्यायलय का दरवाजा खटखटा चुके हैं. कॉलेज को मान्यता नहीं मिलने और पिछले दो वर्षों से जीरो इयर घोषित होने से करीब 600 विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर है. छात्रों की गुहार सुनने प्रबंधन की ओर से कोई नहीं पहुंचा था.