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स्टूडेंट के साथ पालकों ने खोला CCM कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा - पासआउट विद्यार्थी परेशान

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज की मान्यता खत्म कर दिया था, जिससे वहां के छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. जिसे लेकर छात्र-छात्राओं ने आज बुधवार को प्रदर्शन किया.

पालकों ने खोला CCM कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा
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Published : Sep 25, 2019, 11:55 PM IST

दुर्ग : चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के छात्रों और परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एमबीबीएस स्टूडेंटस के पालक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

पालकों ने खोला CCM कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा

बता दें कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज की मान्यता खत्म कर दी थी, जिससे वहां के छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. छात्रों का कहना है कॉलेज में पर्याप्त शिक्षक नहीं है और न ही पर्याप्त क्लास रूम की व्यवस्था है. इसके चलते छात्र-छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण उनके एकेडमिक सेशन पूरी तरह से बर्बाद हो रहे हैं.

पढ़ें: मौसम का बदला मिजाज, अगले 24 घंटों में प्रदेश के कई इलाकों में हो सकती है तेज बारिश

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने पहले ही कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी थी, जिस कारण कॉलेज से एमबीबीएस के पासआउट विद्यार्थी पीजी नीट में भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं. इसके लिए यहां के छात्र पहले ही उच्च न्यायलय का दरवाजा खटखटा चुके हैं. कॉलेज को मान्यता नहीं मिलने और पिछले दो वर्षों से जीरो इयर घोषित होने से करीब 600 विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर है. छात्रों की गुहार सुनने प्रबंधन की ओर से कोई नहीं पहुंचा था.

दुर्ग : चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के छात्रों और परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एमबीबीएस स्टूडेंटस के पालक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

पालकों ने खोला CCM कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा

बता दें कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज की मान्यता खत्म कर दी थी, जिससे वहां के छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. छात्रों का कहना है कॉलेज में पर्याप्त शिक्षक नहीं है और न ही पर्याप्त क्लास रूम की व्यवस्था है. इसके चलते छात्र-छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण उनके एकेडमिक सेशन पूरी तरह से बर्बाद हो रहे हैं.

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मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने पहले ही कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी थी, जिस कारण कॉलेज से एमबीबीएस के पासआउट विद्यार्थी पीजी नीट में भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं. इसके लिए यहां के छात्र पहले ही उच्च न्यायलय का दरवाजा खटखटा चुके हैं. कॉलेज को मान्यता नहीं मिलने और पिछले दो वर्षों से जीरो इयर घोषित होने से करीब 600 विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर है. छात्रों की गुहार सुनने प्रबंधन की ओर से कोई नहीं पहुंचा था.

Intro:भिलाई के कचांदूर स्थित चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के सैकड़ों छात्र छात्राओं और उनके परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर किया प्रदर्शन।

Body: दरअसल मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएम मेडिकल कॉलेज के सामने प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारे भी लगाए। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कॉलेज में स्टडी के लिए पर्याप्त शिक्षक नहीं है। न ही पर्याप्त क्लास रूम की व्यवस्था है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं को परेशानियां का सामना करना पड़ता है। उनके एकेडमिन सेशन पूरी तरह से लॉस हो रहा है। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन पर कैरियर के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया है। छात्रों ने बताया 2016 बैच के नियमित छात्र हैं। 20 अगस्त से नहीं संचालित हो रही है। कक्षाएं छात्र नियमित क्लास जा रहे हैं। पर क्लास नहीं लग रही है। क्लास लेने के लिए कोई फैकल्टी भी मौजूद नहीं रहता। वही प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है। अगर कॉलेज प्रबंधन या सरकार समय रहते कुछ नहीं करता तो उनका भविष्य चौपट हो सकता है। छात्रों की गुहार सुनने प्रबंधन की ओर से अब तक कोई नहीं पहुंचा। कॉलेज की मान्यता को लेकर राज्यपाल मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद भी अब तक कोई पॉजिटिव रिजल्ट दिखा नहीं रहा है।Conclusion: चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मैं एमसीआई में पंजीकृत नहीं होने के कारण कॉलेज से एमबीबीएस के पासआउट विद्यार्थी पीजी नीट में भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं। कॉलेज को मान्यता नहीं मिलने और पिछले दो वर्षों से जीरो इयर घोषित होने से करीब 600 विद्यार्थी का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। यदि शासन की ओर से इन बेकसूर मेडिकल स्टूडेंट्स के हित में प्रशासक नियुक्त करने जैसी कोई वैकल्पिक कर्रवाई नहीं की गई तो आने वाले दिनों में स्टूडेंट्स का आन्दोलन ज्यादा व्यापक उग्र हो सकता है। कॉलेज के एचआर का कहना है कि प्रबंधन को छात्राओं को समस्याओं से अवगत करा दिया गया लेकिन अब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है।


बाईट :- छात्रा, चंदूलाल मेडिकल कालेज
बाईट :- छात्र,चंदुलाल मेडिकल कॉलेज
बाईट - सरिता महंती,एचआर,चंदुलाल मेडिकल कॉलेज,कचांदुर,(साड़ी में)

कोमेन्द्र सोनकर,दुर्ग
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