दुर्ग : न्याय की गुहार में कई तरह के प्रदर्शन आपने देखे होंगे, लेकिन दुर्ग कलेक्ट्रोरेट के सामने एक शर्मनाक तस्वीर देखने को मिली जब एक बीमार व्यक्ति खाट पर ही इंसाफ के लिए कार्यालय पहुंचा. इसे सिस्टम की बेरूखी कहिए या हालातों की मार, जब न्याय नहीं मिला तो भिलाई के रहने वाले भरतलाल गौर को अपने परिवार के सदस्यों के साथ खाट पर लेट कर कलेक्ट्रोरेट आना पड़ा. पैरालिसिस के मरीज भरतलाल का कहना है कि 'अपने आप को पत्रकार बताने वाला समीम अख्तर उनकी जमीन और मकान पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है. उन्हें उस जगह से हटने की बार-बार धमकी दी जा रही है, समीम अख्तर उन्हें तीन साल से परेशान कर रहा है'.
मामला भिलाई के इंदिरा नगर का है, जहां पीड़ित परिवार वर्षों से निवास कर रहा है. पीड़ित परिवार और उसके भाई के बीच में जीमन का विवाद चल रहा है. भरतलाल ने समीम अख्तर पर संगीन आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि, समीम इस विवाद का फायदा उठाकर जमीन हथियाना चाहता है, उसने घर की महिलाओं के कुछ वीडियो भी बनाए हैं जिसे वह वायरल करने की धमकी देते रहता है.
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सीएसपी ने कही जांच की बात
धमकियों से तंग आकर खाट पर न्याय मांगने पहुंचे भरतलाल का कहना है कि हर जगह शिकायत की गई, न्याय की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली. वहीं दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला ने कहा कि पीड़ित परिवार की शिकायत को गंभीरता पूर्वक सुना है, जांच की जा रही है.भरतलाल गौर जो पैरालिसिस से पीड़ित है, उन्हें हॉस्पिटल भेजा गया.
ओडिशा से भी ऐसी ही तस्वीर आई थी सामने
हमने-आपने विरोध प्रदर्शन के कई तौर तरीके देखे हैं. लेकिन भरतलाल का ऐसे कलेक्टर ऑफिस पहुंचना हमारी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है. कुछ दिन पहले ही ओडिशा से ऐसी ही तस्वीर सामने आई थी. जहां एक महिला पेंशन के लिए अपनी मां को खाट पर खींचती नजर आई थी.