दुर्ग :आईपीएल मैच शुरू होते ही छत्तीसगढ़ के दुर्ग भिलाई में ऑनलाइन सट्टेबाजी शुरू (Online betting in Durg Bhilai Chhattisgarh) हो जाती है. ऑनलाइन सट्टेबाजों के खिलाफ पुलिस ने ऑपरेशन हंटर की शुरुआत की है. अभी तक दर्जनभर आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि सभी आरोपियों के तार पाकिस्तान और दुबई से जुड़े हुए हैं, जिनकी छानबीन भी की जा रही है. भिलाई के निवासी एक युवक को पुलिस ने नागपुर से गिरफ्तार किया था. जो दुबई भागने की फिराक में था. पूछताछ के दौरान करीब 12 सट्टेबाजों का खुलासा हुआ है.
यस बैंक के कर्मचारियों से पूछताछ: दरअसल, महादेव आईडी नाम के ऐप के जरिए करोड़ों रुपए का सट्टा खेला और खेलवाया जा रहा था. इस ऐप के जनक भी भिलाई के ही हैं. जिनका वर्तमान अस्थाई निवास दुबई के शहरों में है. पहले गिरफ्तार किए गए लोगों से जब पूछताछ की गई, तो उनकी निशानदेही पर भिलाई के ही एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. जो यस बैंक के साथ मिलकर खेल किया करता था. बैंक अकाउंट को किराए में लेकर लाखों करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन भी किया जाता था. यस बैंक के कर्मचारियों से भी अब पुलिस पूछताछ करने की तैयारी कर रही है.
यूं हो रहा अकाउंट का दुरुपयोग: सुपेला थाने में शिकायत की गई कि अकाउंट में मेल के जरिए प्रार्थी को पता चला है कि उसके अकाउंट में करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ है. जिसके बाद वह परेशान हो गया क्योंकि अकाउंट होल्डर ने कभी कोई ट्रांजैक्शन किया ही नहीं था. फिर पीड़ित ने बैंक से संपर्क किया. बैंक में जाकर अकाउंट क्लोज करने के लिए निवेदन करने लगा तो बैंक कर्मियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया. सुपेला थाने में 13 अप्रैल को इस तरह का पहला मामला दर्ज हुआ. जब प्रार्थी हरिकांत द्विवेदी ने थाने में आकर यह बताया कि मेल के जरिए जब उसको उसके यस बैंक सुपेला ब्रांच के अकाउंट में बहुत सारे पैसे जमा होने की सूचना मिली तो वह डर गया. वह ब्रांच में जाकर अकाउंट क्लोज करना चाहा तो बैंक कर्मियों ने उसकी पिटाई कर दी.
उसने यह भी बताया कि उसके एक परिचित साहिल महिलांग के जिद पर उसने अपना केवाईसी वगैरह दिया था और अकाउंट खुलवाया था. पर उसे इस तरह ज्यादा मात्रा में पैसे अकाउंट में आने से शंका हुई कि शायद उसके अकाउंट का दुरुपयोग हो रहा है.
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आरोपी हिरासत में: थाना सुपेला में प्रार्थी हरिकांत द्विवेदी की रिपोर्ट पर साहिल महिलांग और यस बैंक सुपेला ब्रांच के कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज किया गया. पूछताछ पर मनीष मिश्रा ने बताया कि साहिल महिलांग के साथ मिलकर किसी हनी गुप्ता के लिए इसी बैंक में 15 से 20 अकाउंट खुलवाकर दिए है. प्रत्येक अकाउंट के लिए नया मोबाइल नंबर हनी गुप्ता देता है,जिसको अकाउंट ओपन करते समय डाला जाता था. जिसमे ओटीपी सहित अन्य जानकारियां आती थी, फिर उस अकाउंट को ऑनलाइन कर अकाउंट का उपयोग ऑनलाइन सट्टे के लिए किया जाता था. प्रत्येक अकाउंट के पीछे हनी और मनीष साहिल को 10 हजार रुपये देता था. बहरहाल साहिल और हनी गुप्ता की तलाश पुलिस कर रही है. जो अपने घरों से फरार है, जांच पर और भी नए तथ्यों के खुलासे की संभावना है. आरोपी मनीष मिश्रा को फिलहाल गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है.