दुर्ग: छत्तीसगढ़ के एकमात्र घुड़सवार रेजिमेंट एनसीसी के अंजोरा में 24 तारीख से लेकर 3 दिसंबर तक घुड़सवारों का प्रशिक्षण शिविर कैंप में चल रहा है. कामधेनु विश्वविद्यालय में चल रहे ट्रेनिंग कैंप में छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालयों के एनसीसी कैडेट और मध्यप्रदेश के कैडेट हिस्सा ले रहे हैं. कैंप में 420 कैडेट्स को ट्रेनिंग के अलावे घुड़सवारी में भी प्रशिक्षत किया जा रहा है. कैंप की शुरुआत खुद कमांडेंट कर्नल तुषार उपासनी ने की. कमांडेंट ने अपने स्पीच में कैडेट्स से कहा एनसीसी अनुशासन के लिए जाना जाता है, जो भी छात्र यहां आएं हैं वो अनुशासन का पूरा ध्यान रखें.
घुड़सवारी का ट्रेनिंग कैंप: एनसीसी का दूसरा नाम अनुशासन है. घुड़सवार रेजिमेंट एनसीसी अंजोरा में जुटे एनसीसी कैडेट ने घुड़सवारी ट्रेनिंग के दौरान गजब का बैलेंस घोड़ों को दौड़ाने में दिखाया. कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर बी सिंह ने कहा कि युवाओं में अनुशासन और देश सेवा की भावना होना बहुत जरूरी है. कॉलेज जीवन में हर छात्र को अनुशासन सीखने के लिए एनससीसी में जरूर जाना चाहिए. कुलपति ने छात्रों से कहा कि अगर आप एक अच्छा नागरिक बनना चाहते हैं, तो एनसीसी हमेशा आपका स्वागत करने के लिए तैयार है.
बेहतर प्रदर्शन करने वाले को गणतंत्र दिवस परेड में मिलेगा मौका: तीन दिसंबर तक चलने वाले ट्रेनिंग में जो एनसीसी के कैडेट घुड़सवारी में बेहतर प्रदर्शन करेंगे, उनका चयन गणतंत्र दिवस के परेड के लिए किया जाएगा. बेहतर परफार्मेंस के आधार पर चुने हुए कैडेट गणतंत्र दिवस परेड में घुड़सवारी दल में शामिल होंगे. कैडेट का ट्रेनिंग सेशन तीन दिसंबर को खत्म होगा. ट्रेनिंग सेशन में इस बार 420 कैडेट शामिल हो रहे हैं. कड़ी मेहनत और लगन से यही कैडेट एक दिन भारतीय सेना और प्रशासनिक विंग में जाकर देश सेवा में अपना नाम रोशन करेंगे.