दुर्ग : खुर्सीपार की कबड्डी खिलाड़ी खुशबू प्रधान की गोंदिया में मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.लड़की के परिजन कोच पर लापरवाही का आरोप लगा रहें हैं. अपनी बेटी का अंतिम संस्कार करने के बाद परीजनों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. साथ ही कोच पर मामला दर्ज करने की मांग की है.
दरअसल, अपने 17 सदस्य टीम के साथ खुशबू कबड्डी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली थी. जिसके लिए वह गोंदिया के आमगांव गई थी. लेकिन 5 तारीख की रात खुशबू की अचानक तबीयत बिगड़ गई . टूर्नामेंट के स्पॉन्सर ने गाड़ी से उसे हॉस्पिटल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर भी उसे नहीं बचा सके. खुशबू के पिता ने बताया कि उन्हें बेटी के तबीयत बिगड़ने की खबर मिली थी, तब उन्हें यह नहीं बताया गया था कि बेटी की मौत हो गई है. जब वह गोंदिया पहुंचे तब उन्हें यह पता चला कि अब खुशबू नहीं रही.
परिजनों का आरोप
परिजनों का आरोप है कि खुशबू के साथ कोई कोच मौजूद नहीं था. जब उसकी अचानक तबीयत बिगड़ी तब उसे किसी प्रकार का प्राथमिक उपचार मुहैया नहीं कराया गया परिजनों ने प्रशासन से खुशबू के कबड्डी कोच छाया राव और प्रकाश राव पर कार्रवाई करने की मांग की है.
कबड्डी कोच प्रकाश राव पर लग रहे गंभीर आरोप
खुशबू की साथी खिलाड़ी पूर्वी यादव ने अपने कोच प्रकाश राव पर भी संगीन आरोप लगाए हैं. पूर्वी का कहना है, कि प्रकाश राव की हरकत बिल्कुल भी ठीक नहीं है. मैदान में बच्चों को वह कई तरीकों से प्रताड़ित करता था. साथ ही उन्हें मारपीट कर मैदान से भगा दिया करता था. इस कारण पूर्वी को भी मैदान छोड़ना पड़ा था.
कोच ने आरोपों का किया खंड़न
कोच प्रकाश राव ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि महिला कोच को महिला टीम के साथ ही भेजा जाता है. रिजवाना खातून महिला कोच के रूप में वहां मौजूद थी. छाया राव और प्रकाश राव कबड्डी के ऑफिशियल कोच हैं. लेकिन इनमें से कोई भी वहां मौजूद नहीं था.
कबड्डी की अच्छी खिलाड़ी थी खुशबू माता-पिता को भी थी उम्मीदें
शासकीय स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 9वीं की छात्रा खुशबू प्रधान बचपन से ही खेलकूद में आगे थी और अपने खेल के दम पर लगातार पहचान बना रही थी. उसकी संदिग्ध मौत से माता-पिता को बड़ा सदमा लगा है.