दुर्ग: 21 दिसंबर को दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना क्षेत्र में हुए हत्याकांड का मामला 88 दिनों बाद सुलझ गया. पुलिस को इस मामले को सुलझाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस पूरे हत्याकांड को लेकर पुलिस की 75 लोगों की टीम बनाई गई थी. जिसमें एसपी से लेकर कई थाना प्रभारी तक शामिल थे.
पूरे मामले को सुलझाने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने निवास मीनाक्षी नगर में हत्याकांड को सुझालने में शामिल पुलिसकर्मियों के सम्मान किया. इस मौके पर दुर्ग IG विवेकानंद सिन्हा, एसपी प्रशांत ठाकुर, SSP (शहर) रोहित झा, SSP (ग्रामीण) प्रज्ञा मेश्राम, SDOP आकाश राव गिरपंजे, दुर्ग CSP विवेक शुक्ला, भिलाई नगर सीएसपी राकेश जोशी समेत तमाम पुलिसकर्मी मौजूद रहे. वही पूरे हत्याकांड की विवेचना को लेकर भी अधिकारियों से रूबरू हुए. इस दौरान गृहमंत्री ने हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस का अनुभव जाना.
खुड़मुड़ा हत्याकांड: बेटा ही निकला हत्यारा, जमीन विवाद बनी वजह
2 लाख रुपये इनाम की घोषणा
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने हत्याकांड का खुलासा करने वाले टीम को 2 लाख रुपये पुरुस्कार देने की घोषणा की. सभी को जल्द ही प्रशस्ति पत्र से सम्मनित किया जाएगा. गृहमंत्री ने खुडमुड़ा हत्याकांड को सुलझाने के लिए दुर्ग पुलिस की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिसिंग व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है. मुख्यमंत्री लगातार पुलिसिंग को लेकर समीक्षा बैठक लेते हैं और उनकी मंशा के अनुरूप पुलिस काम कर रही है. जिसमें पुलिस को सफलता भी मिली रही है.
बेटा ही निकला था आरोपी
केस में मृतक बालाराम सोनकर के बड़े बेटे गंगा प्रसाद के साथ 3 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि पारिवारिक जमीन विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया है. आरोपी गंगाराम सोनकर ने अपने पिता, मां, भाई और उसकी पत्नी की हत्या की है. आईजी ने वारदात के 88 दिन बाद जांच के आधार पर ये खुलासा किया था.