दुर्गः अहिवारा नगर पालिका में 24 दिसंबर 2020 प्रेसिडेंट इन काउंसिल की बैठक हुई. बैठक में अशोक बापला उपाध्यक्ष ने आपत्ति जताते हुए कहा की कार्य को पूर्ण होने के बाद टेंडर क्यों किया जा रहा है. साथ ही नगर पालिका के बाकी पार्षदों द्वारा सहमति क्यों नहीं ली गई. निविदा 10 में पीट का निर्माण किया गया,और निविदा 13 में शेड का निर्माण दिया गया. नियमानुसार दोनों पीट और शेड का निविदा एक साथ रहना था. जिसे सीएमओ ने बताया की गलती से दूसरी निविदा प्रकाशित हो गई.नगर पालिका में इस प्रकार की धांधली कई दिनों से चल रही है.
पार्षद के भाई को टेंडर देने पर जताई जा रही आपत्ति
नगर पालिका अध्यक्ष ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि टेंडर पहले ही पूरा हो चुका है.बाद में इन कार्यों का वर्क आर्डर और दर निर्धारण क्यों किया जा रहा है.साथ ही टेंडर में पार्षद के भाई का फार्म है और नियमानुसार पार्षद के किसी भाई को या रिश्तेदार को टेंडर देने का नियम नहीं है.जिससे स्पष्ट होता है कि नगर पालिका के सीएमओ, अध्यक्ष एवं पार्षद के साथ ताल मेल से रिश्तेदारों को कार्य लाभ पहुंचाने के लिए दिया जा रहा है.इसको लेकर काफी गरमा-गरमी हुई.
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टेंडर में हो रहा भ्रष्टाचार
अशोक बाफना और सीएमओ राजेश तिवारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 10 लाख 50 हजार का टेंडर और वर्क आर्डर नहीं मिलने के बाद भी कार्य समाप्त हो चुका है.साथ ही कहा कि वो कार्य 10 लाख का बिल्कुल नहीं लग रहा है. सीएमओ ने कहा कि यह आदेश पीएसी मेंबर्स की तरफ से जारी हुआ था. नगर पालिका अध्यक्ष नटवर ताम्रकार ने कलेक्टर का हवाला देते हुए कहा कि कलेक्टर ने आदेश दिए थे.
संगठन मंत्री ने कहा टेंडर निरस्त कर जांच की जाए
संगठन मंत्री थविट राज सेंटी ने कहा कि नगर पालिका अहिवारा वार्ड क्रमांक 4 के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जाए. साथ ही पूरे टेंडरों को निरस्त किया जाए.