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CISF भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा : 2 मास्टर माइंड के साथ 32 मुन्नाभाई गिरफ्तार

भिलाई के उतई में हो रही सीआईएसएफ भर्ती परीक्षा में फर्जी भर्ती करवा रहे गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. आरोपी पास कराने के नाम से अभ्यार्थियों से लाखों रुपए वसूल रहे थे.

पकड़ा गया गिरोह
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Published : Aug 19, 2019, 12:08 AM IST

दुर्ग: भिलाई के उतई केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ में सीसीई द्वारा फरवरी और मार्च में भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी. इस दौरान एक सरगना पकड़ाया है, जो फर्जी तरीके से प्रक्रिया में शामिल हुआ था.

32 लोग शामिल हैं इस गिरोह में
भिलाई में पकडे गए मुन्नाभाइयों के तार हरियाणा और राजस्थान से जुड़े होने की खबर है. मामले में पुलिस ने 32 मुन्नाभाइयों की गिरफ्तारी करने के बाद इस पूरे रैकेट में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले 2 अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की है, जो मुन्नाभाइयों को भिलाई लेकर आया था और उनका फर्जी प्रमाणपत्र बनावाया था. पुलिस अब इस मामले में सरगना की तलाश कर रही है, जिसके इशारे पर पूरे रैकेट का संचालन किया जा रहा था.

भर्ती परीक्षा में फर्जी भर्ती करवा रहे गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश

फिजिकल टेस्ट में हुआ भांडाफोड़
मामले का खुलासा तब हुआ जब सीआईएसएफ द्वारा 13 मार्च को फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा था. इसी बीच अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक नहीं मिलने पर पूरे मामले का भांडाफोड़ हुआ. सीआईएसएफ के अधिकारियों की शिकायत पर उतई थाने में अपराध पंजीबद्ध कर मामले के 32 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है.

पास कराने के नाम पर लाखों की वसूली
आरोपियों में तीन हरियाणा और एक छत्तीसगढ़ के बेमेतरा का निवासी है, जो रैकेट बनाकर सारे फर्जी काम कर रहे थे. इसमें मुख्य रूप से हरियाणा और राजस्थान के युवाओं को अपना निशाना बनाया जाता था. लिखित परीक्षा में पास करवाने के लिए ये गिरोह हर व्यक्ति से लाखों रूपए तक की राशि वसूलते थे. आरोपी इनकी पांचवीं और आठवीं की फर्जी मार्कशीट के आधार पर निवास प्रमाण पत्र तैयार कर आगे की कार्रवाई के लिए तैयार किया करता था.

हरियाण रवाना हुई दुर्ग पुलिस
पुलिस ने इस मामले से जुड़े दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं इसके मुख्य सरगना की तलाश के लिए दुर्ग पुलिस हरियाणा के लिए रवाना हो गई है.

दुर्ग: भिलाई के उतई केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ में सीसीई द्वारा फरवरी और मार्च में भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी. इस दौरान एक सरगना पकड़ाया है, जो फर्जी तरीके से प्रक्रिया में शामिल हुआ था.

32 लोग शामिल हैं इस गिरोह में
भिलाई में पकडे गए मुन्नाभाइयों के तार हरियाणा और राजस्थान से जुड़े होने की खबर है. मामले में पुलिस ने 32 मुन्नाभाइयों की गिरफ्तारी करने के बाद इस पूरे रैकेट में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले 2 अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की है, जो मुन्नाभाइयों को भिलाई लेकर आया था और उनका फर्जी प्रमाणपत्र बनावाया था. पुलिस अब इस मामले में सरगना की तलाश कर रही है, जिसके इशारे पर पूरे रैकेट का संचालन किया जा रहा था.

भर्ती परीक्षा में फर्जी भर्ती करवा रहे गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश

फिजिकल टेस्ट में हुआ भांडाफोड़
मामले का खुलासा तब हुआ जब सीआईएसएफ द्वारा 13 मार्च को फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा था. इसी बीच अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक नहीं मिलने पर पूरे मामले का भांडाफोड़ हुआ. सीआईएसएफ के अधिकारियों की शिकायत पर उतई थाने में अपराध पंजीबद्ध कर मामले के 32 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है.

पास कराने के नाम पर लाखों की वसूली
आरोपियों में तीन हरियाणा और एक छत्तीसगढ़ के बेमेतरा का निवासी है, जो रैकेट बनाकर सारे फर्जी काम कर रहे थे. इसमें मुख्य रूप से हरियाणा और राजस्थान के युवाओं को अपना निशाना बनाया जाता था. लिखित परीक्षा में पास करवाने के लिए ये गिरोह हर व्यक्ति से लाखों रूपए तक की राशि वसूलते थे. आरोपी इनकी पांचवीं और आठवीं की फर्जी मार्कशीट के आधार पर निवास प्रमाण पत्र तैयार कर आगे की कार्रवाई के लिए तैयार किया करता था.

हरियाण रवाना हुई दुर्ग पुलिस
पुलिस ने इस मामले से जुड़े दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं इसके मुख्य सरगना की तलाश के लिए दुर्ग पुलिस हरियाणा के लिए रवाना हो गई है.

Intro:केंद्रीय औदयोगिक प्रशिक्षण केंद्र उतई में मुन्नाभाईयो के पकडे जाने के बाद हड़कंप मचा हुआ है । भिलाई में पकडे गए मुन्नाभाईयों के तार हरियाणा और राजस्थान से जुडे हुए मिले है । मामले में पुलिस ने 32 मुन्नाभाईयों की गिरफतारी करने के बाद इस पूरे रैकेट में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले 2 अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की है । जो मुन्नाभाईयों को भिलाई लेकर आए थे ओर उनका फर्जी प्रमाणपत्र बनाए थे । पुलिस अब इस मामले में सरगना की तलाश कर रही है जिसके ईशारे पर पूरे रैकेट का संचालन किया जा रहा था ....Body:भिलाई के उतई केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ में सीसीई द्वारा फरवरी और मार्च माह में भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी । अब वो भी भिलाई में हुई घटना के बाद शंका के दायरे में आ गए है । भिलाई में इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब सीआईएसएफ द्वारा 13 मार्च को फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा था । उसी बीच अभ्यर्थीयों का बायोमेटिक मिलान नहीं होने पर पूरे मामले का भंडाफोड हुआ । और सीआईएसएफ के अधिकारियों की शिकायत पर उतई थाने में अपराध पंजीबद्ध कर मामले के 32 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई ।

Conclusion:इस मामले के मुख्य आरोपी में तीन हरियाणा के और एक छत्तीसगढ के बेमेतरा का निवासी एक रैकेट बनाकर कार्य कर रहे थे । इसमें प्रमुख रूप से हरियाणा और राजस्थान के युवाओं को अपना निशाना बनाया जाता था । इनसे लिखित परीक्षा में पास करवाने के लिए करीब डेढ़ लाख से लेकर लाखो रूपए तक प्रति व्यक्ति लिया जाता था । छत्तीसगढ में रहने वाला आरोपी इनकी पांचवी और आठवी की फर्जी मार्कशीट के आधार पर निवास प्रमाण पत्र तैयार कर आगे की कार्रवाई के लिए तैयार किया करता था । पुलिस ने इस मामले के दो अन्य आरोपियों को गिरफतार किया है वहीं इसके मुख्य सरगना की तलाश के लिए दुर्ग पुलिस हरियाणा के लिए रवाना हुई है ।

बाईट_ लखन पटले, एएसपी ग्रामीण,दुर्ग

कोमेन्द्र सोनकर,दुर्ग
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