दुर्ग: दुर्ग की जीवनदायनी नदी कहे जाने वाले शिवनाथ नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी के किनारे बसे बस्तियों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. नदी का पानी सड़कों तक पहुंच गया है. दुर्ग से राजनांदगांव जाने वाले मार्ग में कई जगहों पर पानी भरने से आवाजाही बाधित हो गई है. जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और एसडीआरफ की टीम लगातार बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल रही है.
तीन बैराज से छोड़ा गया पानी: शिवनाथ नदी में तीन बैराज से लगातार 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. शिवनाथ नदी के कैचमेंट एरिया और तीन बैराज से लगातार 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जिले के विभिन्न गांव और सड़कों में पानी भर गया है. जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. नदी के जल स्तर के और भी अधिक बढ़ने की संभावना बनी हुई है. शिवनाथ नदी कई सालों बाद अपने खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.
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बाढ़ के चपेट में कई गांव : महमरा एनीकट में 10 फीट ऊंचाई से पानी बह रहा है. नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के 40 से अधिक गांव बाढ़ के चपेट में हैं. वहीं शिवनाथ नदी का पानी शहर तक आ गया है. सड़कों में पानी भर जाने से कई मार्ग बंद हो गए हैं और कई गांव का संपर्क टूट चुका है. जिला प्रशासन और रेस्क्यू टीम लगातार बाढ़ से प्रभावित गांव में जाकर फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने का कार्य कर रही है.