दुर्ग: राजनीतिक रसूख और दबंगई के दम पर एक युवती के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. यह मामला दुर्ग जिले के उतई थाना का है. जहां आरोपी चार साल तक युवती का दैहिक शोषण करता रहा. जब युवती गर्भवती हुई तो आरोपी ने राजनीतिक रसूख के दम पर युवती का गर्भपात भी करवा दिया. इसकी शिकायत पीड़िता ने शनिवार को एसपी से की थी. इसके बाद उतई थाने में सरपंच के चाचा के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया गया है.
हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है. पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है. साथ ही शिकायतकर्ता ने निजी अस्पताल में गर्भपात करवाने की बात कही है. पुलिस उसकी भी जांच कर रही है. अवैध रूप से गर्भपात करने वाली डॉक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.
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गौरतलब है कि मर्रा गांव की एक युवती ने दुर्ग एसपी प्रशांत ठाकुर से शिकायत कर बताया था कि गांव के सरपंच बालेश्वर ठाकुर के चाचा ओम प्रकाश ठाकुर ने उससे दुष्कर्म किया था. जब वह 16 साल की थी, तब आरोपी ने पहली बार उसका दुष्कर्म किया. इसके बाद से लगातार 4 साल तक आरोपी दुष्कर्म करता रहा. वहीं पिछले वर्ष मार्च 2020 में जब वो गर्भवती हुई तब परिवार वालों को इसकी जानकारी हुई.
इसके बाद शिकायतकर्ता की मां ने आरोपी ओम प्रकाश ठाकुर से शादी की बात कही, लेकिन उसने शादी से इंकार करते हुए गर्भपात करवाने की बात कही. आरोपी की बात में आकर शिकायतकर्ता ने रिसाली के एक निजी अस्पताल में गर्भपात भी कराया था. एसपी से घटना की शिकायत के बाद आरोपी के खिलाफ पुलिस ने बलात्कार, अवैध रूप से गर्भपात कराने और पॉक्सो एक्ट की धारा के तहत एफआईआर दर्ज की है.
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सरपंच ने किया था बच्चे को दफन
शिकायकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया था कि अप्रैल 2020 में सरपंच पालेश्वर ठाकुर के चाचा ओमप्रकाश ठाकुर ने रिसाली के एक निजी अस्पताल में ले जाकर उसका गर्भपात करवाया था. इसके बाद आरोपी ओमप्रकाश ने अपने सरपंच भतीजे के साथ मिलकर बच्चे को दफनाया था. घटना की शिकायत के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस इस मामले में गर्भपात कराने वाली डॉक्टर को भी आरोपी बना सकती है.
जांच कर की जाएगी कार्रवाई
शिकायतकर्ता की शिकायत के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. उतई थाना प्रभारी के मुताबिक गर्भपात के आरोप काफी गंभीर है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उनपर कार्रवाई किया जाएगा.