दुर्ग: नंदिनी थाना क्षेत्र में शुक्रवार को फिर एक किसान से फांसी लगाकर आत्महत्या ली है. किसान का शव उसके खेत के पास ही पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटकता मिला. बताया जा रहा है कि किसान पारिवारिक कारणों से कुछ दिनों से परेशान था. जिसके कारण किसान ने ये कदम उठाया.
पुलिस को नहीं मिला सुसाइड नोट
पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. किसान का नाम लीलूराम पटले बताया जा रहा है. जो हरदी गांव का रहने वाला है. पुलिस को घटनास्थल के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. फिलहाल पुलिस परिवार और ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है.
दुर्ग: किसान ने की आत्महत्या, कृषि मंत्री ने दिया जांच का आश्वासन
मातरोडीह में भी किसान ने की थी खुदकुशी
कुछ दिनों पहले मचांदुर चौकी क्षेत्र के मातरोडीह गांव के रहने वाले युवा किसान डुगेश निषाद ने भी खुदकुशी कर ली थी. डुगेश ने फसल खराब होने की वजह से आत्महत्या कर थी. इस मामले में पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया था. जिसमें डुगेश ने आत्महत्या का कारण लिखा है. किसान ने अपने पत्र में लिखा है कि इस साल उसकी काफी अच्छी फसल हुई थी, लेकिन कुछ दिन बाद फसल में बीमारी लग गई, जिसकी वजह से उसने 3 बार दवाई का छिड़काव किया. इसके बावजूद फसल से बीमारी दूर नहीं हुई और फसल खराब हो गई. जिससे परेशान होकर वो आत्महत्या कर रहा है.
आंकड़ों पर एक नजर
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में कृषि क्षेत्र से जुड़ें 10 हजार 281 लोगों (जिसमें 5 हजार 957 किसान और 4 हजार 324 खेतिहर मजदूर शामिल हैं) ने खुदकुशी की. यह संख्या देश में 2019 के आत्महत्या के कुल 1 लाख 39 हजार 123 मामलों का 7.4 प्रतिशत है. इससे पहले 2018 में खेती किसानी करने वाले कुल 10 हजार 349 लोगों ने आत्महत्या की थी. यह संख्या उस साल के कुल आत्महत्या के मामलों का 7.7 प्रतिशत थी.