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यूपीएससी में सफल हुए भिलाई के एकांश चन्द्राकर से जानिए कामयाबी के टिप्स

यूपीएससी के आइईएस 2022 (संघ लोक सेवा आयोग, इंजीनियरिंग सर्विसेस) में भिलाई के एकांश चन्द्राकर ने देश में 71वां रैंक हासिल किया है. UPSC engineering services तीन साल की कड़ी मेहनत से एकांश ने दूसरे प्रयास में यह सफलता पाई है. Ekansh Chandrakar bhilai selected in UPSC एकांश ने सिविल में बीई और स्ट्रक्चर में एमटेक के बाद मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब किया. कोरोनाकाल के दौरान जनवरी 2020 में उन्होंने जॉब छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी शुरू की. bhilai news update

Ekansh Chandrakar got 71st rank in engineering service
एकांश चन्द्राकर ने इंजीनियरिंग सेवा में हासिल किया 71वां रैंक
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Published : Dec 24, 2022, 7:01 PM IST

एकांश चन्द्राकर ने इंजीनियरिंग सेवा में हासिल किया 71वां रैंक

भिलाई: एकांश चंद्राकर को दूसरे प्रयास में यह कामयाबी मिली है. उन्होंने पहली बार घर पर ही तैयारी की. UPSC engineering services दूसरी बार उन्होंने ऑनलाइन कोचिंग की. एकांश का कहना है कि "हम लक्ष्य तय कर लें तो डगर आसान होने के साथ ही सफलता निश्चित है." Ekansh Chandrakar bhilai selected in UPSC उन्होंने स्वयं को इंटरनेट मीडिया से दूर रखा. एकांश चंद्राकार भिलाई-3 के दक्षिण वसुंधरा नगर में रहते हैं. उन्होंने यूपीएससी आइईएस-2022 प्री और फाइनल के बाद 8 दिसंबर को हुए इंटरव्यू में भी सफलता हासिल कर ली है. एकांश भिलाई-चरोदा नगर निगम के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अश्वनी चन्द्राकर और वंदना चन्द्राकर के बेटे हैं. 30 वर्षीय एकांश की पत्नी खुशबू और एक साल का बेटा कियांश भी है. bhilai news update


युवाओं को दिया संदेश: भिलाई के एकांश चन्द्राकर ने अपनी सफलता पर कहा कि "हम यदि लक्ष्य तय कर लें तो मंजिल तक पहुंचना आसान हो जाता है. कभी भी कड़ी मेहनत से हमें पीछे नहीं हटना चाहिए. आप यदि ठान लें तो यूपीएससी को भी क्लियर करना आसान है. मैं तीन साल तक मल्टीनेशनल कंपनी में नागपुर में काम करता था. इस दौरान ही मैंने तय किया कि यूपीएससी की तैयारी करूंगा. कोरोना काल के दौरान जनवरी 2020 में जॉब छोड़कर भिलाई वापस आ गया. इसके बाद घर पर ही रहते हुए तैयारी शुरू की. पहली बार सफल नहीं हो पाया. इसमें जो कमियां रह गई उसे समझा. फिर नए जज्बा के साथ दोबारा तैयारी शुरू कर दी. इसके लिए कोचिंग भी की. औसतन हर दिन 10 से 12 घंटे जमकर पढ़ाई की. नोट्स तैयार करने सहित इससे जुड़े अन्य काम में लेक्चरार रहीं पत्नी खुशबू और माता पिता का भी सहयोग रहा."Ekansh Chandrakar bhilai selected in UPSC

यह भी पढ़ें: दुर्ग ट्रैफिक पुलिस को मिला ई चालान डिवाइस, ऑनलाइन जमा कर सकेंगे चालान


नायर समाजम में हुई प्राथमिक शिक्षा: पिता अश्वनी चन्द्राकर और मां वंदना चन्द्राकर ने बताया कि "एकांश ने प्राथमिक शिक्षा भिलाई नायर समाजम में की. 12 वीं की परीक्षा युगांतर स्कूल राजनांदगांव से बेहतर अंक से पास की. शुरू से मेधावी रहे एकांश ने बीआइटी दुर्ग से सिविल में बीई, वीएनआइटी नागपुर से स्ट्रक्चर में एमटेक किया. इसके बाद अमेरिकन कंपनी बेस-3 में तीन साल जॉब किया." Ekansh Chandrakar bhilai selected in UPSC

एकांश चन्द्राकर ने इंजीनियरिंग सेवा में हासिल किया 71वां रैंक

भिलाई: एकांश चंद्राकर को दूसरे प्रयास में यह कामयाबी मिली है. उन्होंने पहली बार घर पर ही तैयारी की. UPSC engineering services दूसरी बार उन्होंने ऑनलाइन कोचिंग की. एकांश का कहना है कि "हम लक्ष्य तय कर लें तो डगर आसान होने के साथ ही सफलता निश्चित है." Ekansh Chandrakar bhilai selected in UPSC उन्होंने स्वयं को इंटरनेट मीडिया से दूर रखा. एकांश चंद्राकार भिलाई-3 के दक्षिण वसुंधरा नगर में रहते हैं. उन्होंने यूपीएससी आइईएस-2022 प्री और फाइनल के बाद 8 दिसंबर को हुए इंटरव्यू में भी सफलता हासिल कर ली है. एकांश भिलाई-चरोदा नगर निगम के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अश्वनी चन्द्राकर और वंदना चन्द्राकर के बेटे हैं. 30 वर्षीय एकांश की पत्नी खुशबू और एक साल का बेटा कियांश भी है. bhilai news update


युवाओं को दिया संदेश: भिलाई के एकांश चन्द्राकर ने अपनी सफलता पर कहा कि "हम यदि लक्ष्य तय कर लें तो मंजिल तक पहुंचना आसान हो जाता है. कभी भी कड़ी मेहनत से हमें पीछे नहीं हटना चाहिए. आप यदि ठान लें तो यूपीएससी को भी क्लियर करना आसान है. मैं तीन साल तक मल्टीनेशनल कंपनी में नागपुर में काम करता था. इस दौरान ही मैंने तय किया कि यूपीएससी की तैयारी करूंगा. कोरोना काल के दौरान जनवरी 2020 में जॉब छोड़कर भिलाई वापस आ गया. इसके बाद घर पर ही रहते हुए तैयारी शुरू की. पहली बार सफल नहीं हो पाया. इसमें जो कमियां रह गई उसे समझा. फिर नए जज्बा के साथ दोबारा तैयारी शुरू कर दी. इसके लिए कोचिंग भी की. औसतन हर दिन 10 से 12 घंटे जमकर पढ़ाई की. नोट्स तैयार करने सहित इससे जुड़े अन्य काम में लेक्चरार रहीं पत्नी खुशबू और माता पिता का भी सहयोग रहा."Ekansh Chandrakar bhilai selected in UPSC

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नायर समाजम में हुई प्राथमिक शिक्षा: पिता अश्वनी चन्द्राकर और मां वंदना चन्द्राकर ने बताया कि "एकांश ने प्राथमिक शिक्षा भिलाई नायर समाजम में की. 12 वीं की परीक्षा युगांतर स्कूल राजनांदगांव से बेहतर अंक से पास की. शुरू से मेधावी रहे एकांश ने बीआइटी दुर्ग से सिविल में बीई, वीएनआइटी नागपुर से स्ट्रक्चर में एमटेक किया. इसके बाद अमेरिकन कंपनी बेस-3 में तीन साल जॉब किया." Ekansh Chandrakar bhilai selected in UPSC

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