दुर्ग: दुर्ग शिक्षा विभाग के बीईओ कार्यालय में पेंशन शाखा में पदस्थ लिपिक यतीन्द्र सोनी पेंशन मामले में रिटायर्ड प्रधान पाठक से रिश्वत मांगना भारी पड़ गया. पिछले 4 महीने से परेशान प्रधान पाठक ने लिपिक के दुर्व्यवहार और रिश्वत मांगने को रिकॉर्डिग को कलेक्टर को सौंपी गई. जिसके बाद कलेक्टर ने पेंशन शाखा के लिपिक को निलंबित कर दिया है.
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पेंशन प्रकरण को निपटाने के लिए लिपिक ने की थी रिश्वत की मांग: रिटायर्ड प्रधान पाठक दिनेश सोनी ने कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा से पेंशन शाखा में पदस्थ यतीन्द्र सोनी की शिकायत की थी, जिसमें 31 मार्च 2022 से वे शिक्षा विभाग से सेवानिवृत हुए. लेकिन 4 माह बाद भी पेंशन प्रकरण का निराकरण नहीं किया गया. जिसके बाद रिटायर्ड प्रधान पाठक ने पेंशन प्रकरण निपटाने के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लिपिक यतीन्द्र सोनी से संपर्क किया. जहां लिपिक ने अनाधिकृत राशि की मांग की गई. लेकिन प्रधान पाठक द्वारा अनाधिकृत राशि नहीं देने पर लिपिक ने जानबूझकर प्रकरण को लंबित कर दिया.
रिश्वत और दुर्व्यवहार की रिकार्डिंग कलेक्टर को सौंपी थी पीड़ित प्रधान पाठक: प्रधान पाठक बार-बार पेंशन शाखा में जाकर प्रकरण को निपटाने के लिपिक यतीन्द्र सोनी से मुलाकात करता था. लेकिन अनाधिकृत राशि देने के बाद ही प्रकरण का निराकरण करने की बात करते हुए उसके साथ दुर्व्यवहार करने लगा. जिससे परेशान होकर रिटायर्ड प्रधान पाठक ने रिश्वत मांगने और दुर्व्यवहार करने की रिकार्डिंग कलेक्टर को सौंपी. पिछले 4 महीने से प्रकरण को लंबित रखने के मामले में यतीन्द्र सोनी सहायक ग्रेड 2 का आचरण और व्यवहार छग सिविल सेवा (आचरण) 1965 के नियमों का उल्लंघन पाया गया. जिसके तहत लिपिक यतीन्द्र सोनी पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.