दुर्ग: सोमवार देर रात दुर्ग के मोहन नगर क्षेत्र में सोमवार देर रात सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई. हादसे के दूसरे दिन सुबह नाराज लोगों ने दुर्ग धमधा रोड में चक्काजाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने पीड़ित परिवारों को 50 लाख मुआवाजा दिए जाने की मांग की है. साथ ही गंभीर रूप से घायल परिवारों को 25 लाख जिला प्रशासन की ओर से देने की मांग रखी.
कैसे हुआ हादसा: रविवार की रात दुर्ग धमधा रोड में एफडीआई गोदाम के पास सड़क हादसा हो गया. हादसे में शांति नगर निवासी दुर्गेश यादव की मौत हो गई. शीतलेश चंद्राकर और मनीष चंद्राकर गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना के बाद दूसरे दिन सुबह मृतक के परिजनों के साथ ही आसपास के लोगों ने दुर्ग धमधा रोड में चक्काजाम कर दिया. परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर करीब डेढ़ घंटे तक सड़क बाधित रखा. जिससे रास्ते के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लग गई.
मृतक और घायलों को मुआवजा देने की मांग: दुर्ग जिला प्रशासन के तरफ से एसडीएम और तहसीलदार मौक पर पहुंचे. दुर्ग एसडीएम मुकेश रावटे ने बताया कि "सड़क दुर्घटना में सिर्फ 25 हजार रुपए तक दिए जाने का प्रावधान प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में है. प्रदर्शनकारियों को समझाया गया है. साथ ही निजी अस्पताल में ईलाज की व्यवस्था कराए जाने का आश्वासन दिया गया है. समझाइश के बाद जाम हटा लिया गया है.
प्रशासन की समझाइश के बाद माने परिजन: मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. लेकिन जब मांग पूरी नहीं हुई, तो प्रशासन की बातों को मान लिया गया. जिसके बाद पुलिस ने चक्काजाम में फंसे वाहनों को व्यवस्थित कराकर दुर्ग धमधा रोड में आवागमन फिर से शुरु कराया.