दुर्ग: सिटी कोतवाली थाना के बस स्टैंड के पास एक युवक के अपहरण की सूचना मिली जिसके बाद पूरे शहर में हड़कंप मच गया. पुलिस को अज्ञात व्यक्ति से सूचना मिली की एक युवक का अपहरण कर कुछ लोग जोर जबरदस्ती करते हुए वाहन में बिठाकर राजनांदगांव की तरफ गए हैं. पुलिस ने मामले की जानकारी लगते ही शहर में नाकेबंदी कर दी, लेकिन जब पुलिस उस गाड़ी तक पहुंची, तो हैरान रह गई.
दरअसल, पुलिस को एक फोन कॉल से सूचना मिली थी कि एक युवक का अपहरण हुआ है. पुलिस ने बताया कि सूचना देने वाले ने गाड़ी का नंबर भी दिया था, लेकिन जब पुलिस गाड़ी की तलाश करते हुए गाड़ी तक पहुंची, तो अपहरण के घटना की पूरी कहानी कुछ और निकली.
मानसिक रोगी को अस्पताल ले जा रहे थे परिजन
दुर्ग नगर पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि 'जिस गाड़ी से अपहरण की खबर सामने आई थी, उसकी जांच करने पर पता चला कि बेमेतरा के हाथपान गांव का युवक मानसिक रोगी है, जिसको परिजन इलाज कराने राजनांदगांव के देवादा अस्पताल लेकर जा रहे थे, लेकिन युवक गाड़ी में अस्पताल ले जाने के वक्त उत्तेजित हो गया और बार-बार गाड़ी से बाहर जाने के लिए जिद कर रहा था. जिस पर परिजनों ने उसके हाथ पैर पकड़कर उसे बैठाए रखने की कोशिश की. इस पूरी घटना को स्कार्पियो गाड़ी के पीछे आ रहे व्यक्ति ने देखा और उसे किडनैपिंग का अंदेशा हुआ. जिसके बाद उसने पुलिस को फोन किया.
पुलिस ने ली राहत की सांस
पुलिस जब घटनास्थल पर गई तो मामले का खुलासा हुआ. रोगी के परिजनों ने पुलिस को सारी बातें बताई. वहीं अपहरण की सूचना गलत निकलने पर पुलिस ने राहत की सांस ली है.