भिलाई: महिला थाने में साल भर में पति पत्नी के विवाद के 1447 मामले में दर्ज किए गए. इसमें दुर्ग पुलिस ने 50 फीसदी मामलों को काउंसलिंग करके सुलझाया है. शराब और एक दूसरे पर आजकल परिवार में कलह के कारण बन रहे हैं. इसे रोकने में काफी दिक्कतों का सामना परिवारों को करना पड़ रहा है. इस तरह की शिकायतों को लेकर महिला पुलिस लगातार काउंसलिंग कर लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है. पुलिस ने साल भर में इस तरह के 700 टूटते परिवारों को बचाया है.
अरेंज मैरिज के हैं 85 फीसदी मामले: महिला थाने में दर्ज मामलों में अरेंज मैरिज के 85 फीसदी केस हैं. वहीं शादी के तीन साल बाद परिवार में कलह और संयुक्त परिवार की स्थिति को लेकर दो तिहाई शिकायत पुलिस में आई है. महिला पुलिस थाने में दो या दो से अधिक बच्चे वाले परिवार में कलह के 50 फीसदी मामले आ रहे हैं. इस तरह के मामलों को पुलिस लगातार काउंसलिंग कर दोनों पक्षों को समझाने का प्रयात कर रही है. परिवार को बिखराव से बचाने में पुलिस को काफी हद तक सफलता भी मिली है.
पहले के मुकाबले तेजी से बढ़े हैं मामले: दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि "परिवार को बचाया जा रहा है. समाज तेजी से बदल रहा है. पहले साल भर में काफी कम मामले दर्ज किए जाते थे लेकिन अभी काफी वृद्धि हुई है. पुलिस इस तरह के परिवारों को बचाने के लिए काउंसलिंग कर रही है. कलह का सबसे बड़ा कारण जो सामने आया है, उसमें शराब, एक दूसरे पर शक और दहेज है. पुलिस ने अब तक 700 परिवारों की सफलतापूर्वक काउंसलिंग कर चुकी है."
आपसी समझौने से सुलझाए 51 फीसदी मामले: पुलिस ने काउंसिलिंग कर आपसी समझौते से 51.44 फीसदी मामले सुलझाए. 32.09 फीसदी केस में न्यायालय जाने की राय दी गई. स्वेच्छा से अलगाव के 5% केस रहे तो वहीं 11.79 फीसदी मामलों में अपराध दर्ज किया गया. साल 2020 में 99 केस, 2021 में 138 और 2022 में कुल 122 केस पंजीकृत हुए थे.